Last Modified: नीमच ,
शुक्रवार, 2 मार्च 2012 (22:34 IST)
न पर्याप्त अमला है और न ही उपकरण
केंद्र सरकार भले ही गलत ढंग से वाहन चलाने वालों को सुधारने के लिए नए नियम बना रही हो, लेकिन इन नियमों का पालन करवाने के लिए न तो यातायात पुलिस के पास पर्याप्त अमला है और न ही उपकरण, जिनके जरिए वाहन चालकों की गलतियाँ पकड़ी जाएँगी। मैदान पर स्थिति अलग है। शहर में यदि कोई अंधगति से वाहन दौड़ाए भी तो उस पर कार्रवाई करना मुश्किल है, क्योंकि यातायात पुलिस के पास स्पीडोमीटर ही नहीं है।
शहर में नियमों को ताक पर रखकर दौड़ते वाहनों पर कार्रवाई करने के लिए नियम तो हैं, लेकिन वाहन चालकों की चूक पकड़ना यातायात पुलिस के लिए मुश्किल काम है। यातायात पुलिस के अमले में 1 सूबेदार सहित 11 लोगों का दल है। इसमें एक एएसआई, एक प्रधान आरक्षक, पाँच आरक्षक और तीन सैनिक शामिल हैं, लेकिन यह अमला शहर की यातायात व्यवस्था पर नजर रखने के लिए नाकाफी है। यातायात पुलिस के सूबेदार जगदीश पाटिल के अनुसार कम से कम 20 लोगों के स्टाफ होना चाहिए। तेज गति से वाहन चलाने वाले पर यातायात पुलिस की निगाह पड़ गई और वह पुलिस की हद में है तो भले ही चालानी कार्रवाई की संभावना बनती है। इसके अलावा वाहनों की गति जाँचने के लिए यातायात पुलिस के पास कोई यंत्र नहीं है। यातायात पुलिस के अधिकारी कहते हैं कि आधुनिकीकरण के लिए 5 लाख रुपए की राशि स्वीकृत हुई है। इससे सामग्री खरीद रहे हैं, लेकिन एक स्पीडोमीटर लगभग एक लाख रुपए का आता है, जिसे खरीदने के बाद दूसरी सामग्री खरीदना मुश्किल होगा।
खराब हैं ब्रीथ एनालाइजर
नीमच में शराब पीकर वाहन चलाने वालों के लिए भी फिलहाल तो मौज ही है। किसी ने देख लिया तो पकड़े गए, नहीं देखा तो निकल जाओ, क्योंकि यहाँ पर यातायात पुलिस के पास जो तीन ब्रीथ एनालाइजर (शरीर में शराब की मात्रा मापने का यंत्र) हैं, लेकिन तीनों खराब हैं। नए एनालाइजर आने वाले हैं और उनकी भी संख्या दो ही रहेगी। कुल मिलाकर शराब पीकर वाहन चलाने वालों, अंधाधुँध गति से वाहन चलाने वालों को नियंत्रित करने के लिए केंद्र सरकार जुर्माना और सजा बढ़ाने की तैयारी भले ही कर ले, लेकिन निचले स्तर पर यदि नियंत्रण के प्रबंध पर्याप्त नहीं होते हैं तो इन नियमों का फायदा क्या होगा। इधर एक और बात सामने आई है कि केंद्र द्वारा निर्धारित किए जा रहे नीति नियमों में जुर्माना आदि राज्य सरकार स्वीकार करती है या नहीं यह भी फिलहाल तय नहीं है। -निप्र
महँगा आता है
-स्पीडोमीटर महँगा आता है, इसलिए उसकी खरीदी का फिलहाल कोई प्रावधान नहीं है। शराब पीकर वाहन चलाने वालों की पहचान करने के लिए पुराने ब्रीथ एनालाइजर खराब हो चुके हैं। दो नए यंत्र मँगवाए गए हैं। अभी तो केंद्र ने नीति बनाई है उसका निर्धारण होना शेष है। -जगदीश पाटिल, सूबेदार, यातायात पुलिस नीमच