क्या है वायरल-
बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत ने एक ट्विटर यूजर के वीडियो को शेयर करते हुए लिखा- “दिल्ली ना सेक्युलर है ना सहिष्णु, यह आपके झांकी से स्पष्ट हो गया, यह सिर्फ बादशाह की है.... अगर ऐसा है तो इसे वापस लेने का वक्त आ गया है, जय हिंद।”
Delhi na secular hai nahi tolerant, its been made clear with its very in your face Tableau, yeh sirf Badshah ki hai.... well in that case time to claim it, Jai Hind https://t.co/N8lM7UGXQR
— Kangana Ranaut (@KanganaTeam) January 26, 2021
ट्विटर पर कई अन्य यूजर्स भी इसी तरह का दावा कर रहे हैं।
दिल्ली की झांकी मे मस्जिद और अज़ान सुनाकर इस्लामिक दिल्ली बनाने का प्रतीक दिया गया है
— Raj Aanand singh (@rajanand_) January 26, 2021
ओला हू अकबर है इसलिए धर्म निरपेक्ष है कहीं उत्तर प्रदेश के झांकी मे जय श्री राम का उद्घोष होता तो साम्प्रदायिक हो जाता #RepublicDay2021#RepublicDay #RepublicDayParade
pic.twitter.com/a8MZxl7YNN
दिल्ली की झांकी में अल्लाह हू अकबर
— Kreately (@KreatelyMedia) January 26, 2021
जहां हनुमान मंदिर तोड़ा गया, वहीं की झांकी
चांदनी चौक के नाम पर शीशगंज नहीं, भाई मतिदास का बलिदान नहीं, गुरु तेग बहादुर का नाम तक नहीं, केवल गुलामी की निशानी दिखाई गई
राजपथ पर दिल्ली की शर्मनाक झांकी pic.twitter.com/gTIhktjMo0
क्या है सच-
गणतंत्र दिवस परेड के लाइव प्रसारण के वीडियो को देखने पर पता चला कि वीडियो को क्रॉप कर शेयर किया गया है, जबकि दिल्ली की झांकी में अजान के अलावा शंखनाद, चर्च की घंटी और सिखों का मूल मंत्र एक ओंकार भी सुनाई देता है।
भारत सरकार की प्रेस सूचना ब्यूरो (पीआईबी) के यूट्यूब चैनल पर लाइव ब्रॉडकास्ट किए गए वीडियो के 1.55.00वें मिनट पर दिल्ली की पूरी झांकी देखी जा सकती है।
न्यूज एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक, दिल्ली की झांकी में सर्व धर्म सदभाव की मूल आत्मा के साथ शाहजहानाबाद पुर्नविकास को दर्शाया गया।
वेबदुनिया की पड़ताल में वायरल हो रहा दावा भ्रामक मिला। दरअसल, झांकी के ओरिजिनल वीडियो को अजान की आवाज तक क्रॉप पर गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।