Sambhal violence update : संभल में जामा मस्जिद सर्वे के दौरान विरोधस्वरूप भीड़ के हिंसक होने से क्षेत्र में तनाव उपज गया है। इस हिंसा में 3 लोगों की मौत हुई है। इसमें से 2 लोगों का पोस्टमार्टम प्रशासन के द्वारा कराया जा रहा है। इसी कड़ी में 1 एसडीएम, डिप्टी एसपी समेत 25 पुलिसकर्मी घायल हुए है, जिनका अस्पताल में उपचार चल रहा है। अधिकारियों का कहना है कि संभल की संकरी गलियां आपस में जुड़ी हुई है, उपद्रवी इन्हीं गलियों से एकत्रित होकर पुलिस पर हमलावर हो गए।
उकसावे पर हुई हिंसा : यह पूर्व सुनियोजित नहीं था बल्कि उकसाने पर हिंसा की गई है। पुलिस-प्रशासन पूरी तरह अलर्ट था। सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर पुलिस और प्रशासन के अधिकारीमय फोर्स जामा मस्जिद पर लगे हुए थे। सर्वे के बाद जब टीम बाहर आने की तैयारी कर रहे थे तभी भीड़ मस्जिद के पीछे से आकर पुलिस पर पथराव करने लगी। पुलिस ने हल्के बल का प्रयोग करते हुए भीड़ को खदेड़ा, तभी उग्र लोगों ने वाहनों में आग लगा दी।
मुरादाबाद कमिश्नर आंजनेय कुमार सिंह ने 3 लोगों की मौत की पुष्टि की है, वहीं पुलिस-प्रशासन का दावा है कि उनके द्वारा गोली नहीं चलाई गई। आंसूगैस और रबड़ की गोलियां चलाई गई हैं।
संभल जामा मस्जिद हिंसा में मरने वालों की पहचान नईम, बिलाल और नोमान के रूप में हुई है। पुलिस ने अब तक 21 लोगों को हिरासत में लिया है, जिसमें 2 महिलाएं भी शामिल है।
अधिकारियों के मुताबिक जक घर की छत से फायरिंग और पथराव पुलिस-प्रशासन पर किया गया। बवालियों को समझाने का प्रयास भी किया गया कि वे कानून को हाथ में न लें, किसी के बहकावे में आकर हिंसा को अंजाम देना घातक साबित होगा। मुरादाबाद कमिश्नर और एसपी का कहना है कि निश्चित रूप उकसावे के चलते पथराव और हिंसा की गई है।
हालांकि सर्वे टीम के साथ पर्याप्त सुरक्षा बल के साथ डीएम और पुलिस अधीक्षक भी मौजूद थे। कमिश्नर आंजनेय ने मीडिया को बताया कि कोर्ट के आदेश पर सर्वे का काम हो रहा है, रविवार सुबह 7 बजे से 11 बजे तक सर्वे का काम होना था, कुछ दिन पहले भी सर्वे हुआ जो पूरी तरह शांतिपूर्वक चला, कोई समस्या सामने नहीं आई। वादी और प्रतिवादी पक्ष दोनों सर्वे में मौजूद रहे, जनप्रतिनिधियों से भी बातचीत होती रही है, लेकिन आज अचानक से भीड़तंत्र ने सर्वे का विरोध करते हुए हंगामा खड़ा कर दिया।
क्या बोले औवेसी : संभल में हुई इन मौतों पर राजनीति रोटियां भी सिकनी शुरू हो गई है। विरोध स्वरूप ऑल इंडिया इत्तेहादुल मजलिस-ए-मुस्लिमीन यानी AIMIM के चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने सवाल उठाते हुए 'एक्स' पोस्ट में लिखा है..
तुझको कितनों का लहू चाहिए ऐ अर्ज़-ए-वतन? जो तिरे आरिज़-ए-बे-रंग को गुलनार करें कितनी आहों से कलेजा तिरा ठंडा होगा, कितने आंसू तिरे सहराओं को गुलज़ार करें.
ओवैसी से पुलिस की कार्रवाई की निंदा करते हुए कहा कि मस्जिद के बाहर शांतिपूर्वक विरोध प्रदर्शन करने वालों पर यूपी पुलिस ने फायरिंग की है, वह पूरी तरह निंदनीय है।
पुलिस फायरिंग से तीन नौजवानों की मौत हुई है, अल्लाह से हम दुआ करते है कि इन दिवंगतों को मुक्ति प्रदान करें और परिजनों को सब्र दे। ओवैसी ने घटना के लिए जिम्मेदार अफसरों पर कार्रवाई करते हुए निष्पक्ष जांच की मांग की है। फिलहाल संभल डीएम ने 24 घंटे के लिए संभल तहसील क्षेत्र में नेट सेवा को बंद करवा दिया है। ताकि क्षेत्र में अफवाहों का बाजार गर्म होकर कोई भी शख्स किसी अप्रिय घटना को अंजाम न दें सके। Edited by : sudhir sharma