ज्ञानवापी मस्जिद में सर्वे पर अब दावों का दंगल, प्रशासन की चुप्पी
वाराणसी। वाराणसी में ज्ञानवापी मस्जिद का सर्वे सोमवार को पूरा हो गया है, सर्वे पूरा होने के बाद वादी पक्ष बेहद खुश नजर आ रहा है। कहा जा रहा है कि कुएं के पास बाबा (शिवलिंग) मिले हैं, जिसको प्रोटेक्शन में लेने के लिए हिंदू पक्ष के वकील कोर्ट जाएंगे। हालांकि प्रशासन चुप है और दोनों ही पक्षों के अपने-अपने दावे हैं। एक पक्ष का दावा है कि बाबा मिले हैं, जबकि दूसरा पक्ष इस बात को सिरे से खारिज करता है।
रिपोर्ट गोपनीय : हालांकि इस पूरे मामले पर वाराणसी के डीएम कौशल राज ने कहा है कि सर्वे का काम शांतिपूर्वक पूरा हुआ है। रिपोर्ट गोपनीय है, कमीशन अपनी रिपोर्ट 17 मई को देगा। जो लोग यह कह रहे है कि सर्वे के दौरान अमुक जानकारी मिली है, वह उनकी अपनी निजी राय है। सर्वे की गोपनीयता जिसने खंडित करने की कोशिश की थी, उसे सर्वे के दौरान कुछ समय के लिए बाहर भी किया गया था।
सुरक्षा की तैयारी कई चरणों में : वाराणसी पुलिस कमिश्नर ए. सतीश गणेश के मुताबिक कोर्ट कमीशन ने तीन दिन में ज्ञानवापी मस्जिद का सर्वे पूरा कर लिया है। सोमवार को वैशाख पूर्णिमा होने के चलते काशी विश्वनाथ मंदिर में श्रृंद्धालुओं की बड़ी संख्या रहती है, जिसके चलते भक्तों की भीड़ को प्रबंधित करने के लिए पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था की गई। सर्वे किसी भी तरह से प्रभावित न हो उसके लिए कई चरणों में सुरक्षा की तैयारी की गई थी।
पुलिस ने शहर में हर थाना स्तर पर लोगों से बातचीत करते हुए जो भ्रांतियां थीं उन्हें दूर किया गया। तीन दिन चले सर्वे के दौरान कानून व्यवस्था और प्रशासन की मुस्तैदी के चलते अपार सफलता प्राप्त हुई और आज शांतिपूर्ण तरीके से सर्वे पूरा किया गया है।
भले ही सर्वे की रिपोर्ट गोपनीय है, उसके बाहर आने में समय लगेगा, लेकिन वादी पक्ष के पैरोकार सोहनलाल आर्य का कहना कि जिन खोजा तिन पाइयां, गहरे पानी पैठ... बहुत कुछ उजागर करता है। वहीं, महिलाओं की खुशी का इजहार और कहना था कि हर जगह बाबा की महिमा है। कहीं पर थम्सअप का साइन दिखाना दर्शाता है कि सर्वे में कुछ पुख्ता प्रमाण जरूर मिले हैं, जो वादी पक्ष को बल देते है।