रद्द किए जा सकते हैं राष्ट्रमंडल खेल-करी
न्यूजीलैंड के दल नेता डेव करी ने कहा कि यदि खेल गाँव को लेकर जताई जा रही चिंताओं का जल्द से जल्द समाधान नहीं किया जाता है तो इन खेलों का रद्द किया जा सकता है।करी उस दल में शामिल थे जिसने दिल्ली में खेल गाँव का दौरा करके उसके आवासीय परिसर को लेकर गंभीर चिंता व्यक्त की थी। उन्होंने कहा कि यदि गुरुवार को खिलाड़ियों का पहला बैच आने से पहले रहने खाने की स्थिति में सुधार नहीं किया जाता है तो तीन से 14 अक्टूबर तक होने वाले इन खेलों को रद्द भी किया जा सकता है।न्यूजीलैंड मीडिया के अनुसार करी ने कहा कि यह वास्तविकता है। मुझे लगता है कि यदि खेल गाँव तैयार नहीं होता है तो खिलाड़ी नहीं आ सकते तो फिर स्वाभाविक है कि खेल नहीं होंगे।उन्होंने कहा कि यह हमारा फैसला नहीं है। हम यह नहीं कह रहे हैं कि हम नहीं आ रहे हैं या हमारा देश भाग नहीं ले रहा है। हम यह कह रहे हैं कि उनके लिए असली चुनौती खेल गाँव है और इसकी समस्याओं का समाधान करने के लिए उन्हें तुरंत कदम उठाने की जरूरत है।खेल गाँव की बेकार तैयारियों से राष्ट्रमंडल खेल महासंघ के अध्यक्ष माइकल फेनेल भी नाराज हैं। उन्होंने भारतीय कैबिनेट सचिव के एम चंद्रशेखर को पत्र लिखकर इसमें सुधार के लिए तुरंत कदम उठाने के लिए कहा है।न्यूजीलैंड के दल नेता ने कहा कि खेल गाँव के आवासीस परिसर की स्थिति देखकर उन्हें ‘अत्याधिक निराशा’ हुई। इसमें अब भी काम चल रहा है।करी ने कहा कि उद्घाटन समारोह तीन अक्तूबर को होगा और चार अक्टूबर से खेल शुरू हो जाएँगे। इसलिए अब बहुत कम समय बचा है। अब तैयारियों के लिये मन और उर्जा की एकाग्रता की जरूरत है।उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों के आने का समय हो गया है और उन्हें अभी खेल गाँव तैयार करना है। इसे देखते हुए स्थिति वास्तव में विकट और निराशाजनक है। दिल्ली खेल भ्रष्टाचार के आरोपों तथा निर्माण से जुड़ी परेशानियों और सुरक्षा चिंताओं से घिरे रहे।करी ने कहा कि खेलों पर अनिश्चितता के बादल मंडरा रहे हैं और ऐसे में खिलाड़ियों के लिए अपनी स्पर्धाओं पर ध्यान केंद्रित करना मुश्किल होगा।न्यूजीलैंड ओलिम्पिक समिति के अध्यक्ष माइक स्टेनले आज दिल्ली के लिए रवाना हो गए हैं। उन्होंने कहा कि वह इस खेल महाकुंभ की तैयारियों का आकलन करने के लिये भागीदार देशों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं।स्टेनले ने कहा कि सभी देश इसलिए निराश हैं कि पर्याप्त और तुरंत कार्रवाई नहीं की गई। अब खिलाड़ियों के आने का समय हो गया है और सभी कुछ पूरी तरह से तैयार होना चाहिए था। जैसे जैसे घड़ी की सुइयाँ आगे बढ़ रही हैं स्थिति और गंभीर होती जा रही है। (भाषा)