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Written By भाषा
Last Modified: जालंधर , शुक्रवार, 13 मई 2011 (17:55 IST)

बढ़त के बावजूद हारना समझ से परे-राजिंदर

अजलान शाह मलेशिया हॉकी टूर्नामेंट
मलेशिया में चल रहे सुलतान अजलान शाह हॉकी टूर्नामेंट में पहले पाकिस्तान से फिर से न्यूजीलैंड की टीम से हार जाने के बाद भारतीय ॉकी टीम के पूर्व कोच और ओलंपियन ने कहा कि टीम इंडिया ने अच्छा प्रदर्शन करने के बाद पाकिस्तान और न्यूजीलैंड के खिलाफ घुटने टेक दिए।

भारतीय हॉकी टीम के पूर्व कोच राजिंदर सिंह ने कहा, ‘पाकिस्तान और न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले बढ़त लेकर जिस तरह का प्रदर्शन कर टीम मैच हार गई है यह शर्मनाक है। इस बारे में कुछ कहा नहीं जा सकता है।’ सिंह ने कहा, ‘टूर्नामेंट में पहले खिलाड़ी बेहतर प्रदर्शन कर रहे थे लेकिन बाद के मैचों में अचानक ऐसा क्या हुआ कि बढ़त लेने के बावजूद हार का मुंह देखना पड़ा यह समझ से बिल्कुल परे है।

इन दोनों मैचों में टीम ने इतना बुरा खेला है जितना पहले कभी नहीं खेला।’ उल्लेखनीय है कि बुधवार को पाकिस्तान ने एक के मुकाबले तीन गोल से और कल रात न्यूजीलैंड ने तीन के मुकाबले सात गोल से भारतीय टीम को रौंदते हुए उसको अंक तालिका में पांचवे स्थान पर खिसका दिया।

इसका कारण पूछे जाने पर पूर्व कोच ने कहा कि हॉकी इंडिया और इंडियन हॉकी फेडरेशन में टकराव सबसे बड़ा कारण है और इसके लिए भारतीय ओलिंपिक संघ के पूर्व प्रमुख सुरेश कलमाड़ी सबसे अधिक जिम्मेदार हैं।

सिंह ने कहा, ‘अच्छा प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को टीम में अपने स्थान के बारे में नहीं पता होता है। बार-बार कप्तान बदल दिए जाते हैं। खिलाड़ियों को नहीं पता कि उन्हें करना क्या है। अच्छे खिलाड़ियों को बाहर कर दिया जाता है। मैच जिताने के बावजूद कप्तान को बदल दिया जाता है।’ उन्होंने यह भी कहा, ‘इससे खिलाड़ी, कोच और हॉकी से जुड़े अन्य लोग भ्रमित हैं। वह ठीक से अपना काम नहीं कर पाते हैं। टीम के पास कोई योजनाबद्ध कार्यक्रम नहीं है।

उन्होंने कहा कि देश की बदनामी कराने से तो बेहतर यह होता कि इसमें जूनियर खिलाड़ियों को भेज दिया जाता। कम से कम इस बात का तो संतोष होता कि जूनियर टीम हार कर आई है। पूर्व कोच ने यह भी कहा कि इतने गोल खाकर खिलाड़ियों का मनोबल गिरेगा और इसका सीधा असर आगे के टूर्नामेंट और क्वालिफाइंग मैच पर पड़ेगा।

एक अन्य पूर्व हॉकी खिलाड़ी और 1980 के ओलिंपिक में स्वर्ण पदक विजेता टीम के सदस्य सुरिंदर सिंह सोढ़ी ने भी टूर्नामेंट में लचर प्रदर्शन के लिए बिना किसी योजना के काम करने को जिम्मेदार बताया।

सोढ़ी ने कहा कि हॉकी इंडिया और इंडियन हॉकी फेडरेशन के टकराव को तुरंत बंद करने की जरूरत है। उन्होंने यह भी कहा कि इसके लिए बेहतर और उम्दा योजना बनाई जानी चाहिए ताकि खिलाड़ी और कोच भ्रमित नहीं हो। (भाषा)