प्योंगयोंग से बाहर किए गए 32 रूसी एथलीट पहुंचे कैस
प्योंगयोंग। अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) द्वारा प्योंगयोंग ओलंपिक से बाहर किए जाने के फैसले के खिलाफ 32 अन्य रूसी एथलीटों ने विश्व की सर्वोच्च खेल अदालत (कैस) में अपील दायर की है। इससे पहले 28 रूसी एथलीटों ने भी कैस में अपील की थी।
खेल पंचाट ने मंगलवार के जारी बयान में बताया कि आईओसी ने रूस में सरकार प्रायोजित व्यापक डोपिंग का हवाला देते हुए जिन एथलीटों को प्योंगयोंग ओलंपिक से बाहर किया है उनमें से 32 और एथलीटों ने कैस में अपनी अपील की है।
आईओसी ने रूस के 169 एथलीटों को दक्षिण कोरिया के प्योंगयोंग में नौ से 25 फरवरी तक चलने वाले शीतकालीन ओलंपिक खेलों के लिए आमंत्रित किया है जो स्वतंत्र एथलीटों के रूप में इन खेलों में उतरेंगे। वर्ष 2014 में हुए सोच्चि खेलों में डोपिंग आरोपों के कारण आईओसी ने रूस पर बैन लगाया है लेकिन कुछ एथलीटों को व्यक्तिगत रूप से अनुमति दी गई है।
जिन 32 रूसी एथलीटों ने ओलंपिक बैन के खिलाफ कैस में अपील दायर की है उनमें कई बार के ओलंपिक स्पीड स्केटर विक्टर एन और बायथलन स्वर्ण चैंपियन एंटन शिपुलिन शामिल हैं। कैस ने कहा, इस मामले पर खेलों के उद्घाटन से दो दिन पहले ही सुनवाई की जाएगी।
हालांकि यदि इन एथलीटों के समर्थन में भी कैस का फैसला आता है, तब भी उनके ओलंपिक में हिस्सा लेने की उम्मीद नहीं है। इससे पहले गत सप्ताह भी कैस ने साक्ष्यों के अभाव का हवाला देते हुए 28 रूसी एथलीटों पर से आईओसी के बैन को हटा दिया था। आईओसी ने लेकिन इसके बावजूद रूसी एथलीटों को प्योंगयोंग आने का बुलावा नहीं भेजा है। (वार्ता)