नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को राष्ट्रमंडल खेल 2022 के लिये चुनी गयी भारतीय टीम के खिलाड़ियों से बात करते हुए कहा कि उन्हें “दबाव लिये बिना अच्छा और दमदार खेल” खेलना है।
श्री मोदी ने कहा, “आने वाले 10-15 दिन भारतीय खिलाड़ियों के लिए दुनिया पर हावी होने का सुनहरा मौका है। मैं सभी खिलाड़ियों को शुभकामनाएं देता हूं। जमकर खेलें, पूरी ताकत से खेलें और बिना किसी तनाव के खेलें। आपने वो डायलॉग तो सुना ही होगा- कोई नहीं है टक्कर में, कहां पड़े हो चक्कर में। आपको इसी रवैये के साथ खेलना है।”
श्री मोदी ने राष्ट्रमंडल खेलों में पहली बार हिस्सा ले रहे 65 खिलाड़ियों पर विश्वास जताते हुए कहा कि वह भी अपनी छाप छोड़ने में कामयाब होंगे।उन्होंने कहा, “जो 65 से ज्यादा एथलीट पहली बार इस टूर्नामेंट में हिस्सा ले रहे हैं, मुझे विश्वास है कि वो भी अपनी जबरदस्त छाप छोड़ेंगे। आप लोगों को क्या करना है, कैसे खेलना है, इसके आप एक्सपर्ट हैं।”
श्री मोदी ने कहा, “आज आप जैसे खिलाड़ियों का हौसला भी बुलंद है, ट्रेनिंग भी बेहतर हो रही है और खेल के प्रति देश में माहौल भी जबरदस्त है। आप सभी नए शिखर चढ़ रहे हैं, नए शिखर गढ़ रहे हैं।”उन्होंने कहा कि आज अंतरराष्ट्रीय शतरंज दिवस है, और इत्तेफाक से 28 जुलाई को जब बर्मिंघम में राष्ट्रमंडल खेल शुरू होंगे तब भारत के महाबलीपुरम में शतरंज ओलंपियाड की शुरुआत भी होगी।
इस दौरान खिलाड़ियों ने भी श्री मोदी से अपना अनुभव साझा किया।अविनाश साबले ने श्री मोदी को बताया कि भारतीय सेना में उनके प्रशिक्षण ने उन्हें स्टीपलचेज़ के लिये तैयार होने में मदद की। पश्चिम बंगाल के अंचिता शुली ने कहा कि योगा से उन्हें शांत रहने में और भारोत्तोलन में मदद मिलती है।
बैडमिंटन में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाली त्रीसा जॉली ने बताया कि किस तरह उनके पिता ने उन्हें बैडमिंटन खेलने के लिये प्रेरित किया।
प्रधानमंत्री ने झारखंड की सलीमा टेटे के टोक्यो ओलंपिक में प्रदर्शन के लिये उनकी तारीफ की और उन्हें राष्ट्रमंडल खेलों में भी इसी तरह खेलने के लिये प्रोत्साहित किया।
हरियाणा की पैरा-एथलीट शर्मीला ने देश के लिये खेलने तक के अपने सफर में आने वाली अड़चनों को याद किया। श्री मोदी ने उनके हौसले और दृढ़ निश्चय के लिये उनकी सराहना की।
दूसरी ओर अंडमान और निकोबार के डेविड बेखम ने बताया कि प्रधानमंत्री ने जब मन की बात में उनका ज़िक्र किया तो उन्हें बहुत प्रेरणा मिली। बेखम ने भारतीय खिलाड़ियों के समर्थन में खेलो इंडिया के महत्व पर भी रोशनी डाली।
श्री मोदी ने खिलाड़ियों से अंत में कहा, “आज का ये समय भारतीय खेलों के इतिहास का एक तरह से सबसे महत्वपूर्ण कालखंड है। भारतीय एथलीट नए रिकॉर्ड हासिल कर रहे हैं और तोड़ रहे हैं। राष्ट्रमंडल खेलों की टीम अद्वितीय है क्योंकि इसमें अनुभव और युवा उत्साह का अनूठा संयोजन है। सभी एथलीट न्यू इंडिया के ब्रांड एंबेसडर हैं।”
(वार्ता)