हॉकी में ओलंपिक स्वर्ण देखना मेरी आखिरी इच्छा : बलबीर सिंह सीनियर
चंडीगढ़। अपने जमाने के दिग्गज हॉकी खिलाड़ी बलबीर सिंह सीनियर ने बुधवार को कहा कि आठ बार के ओलंपिक चैंपियन भारत को हॉकी में एक और स्वर्ण पदक जीतते हुए देखना उनका आखिरी सपना है।
बलबीर सीनियर ने कहा कि उन्हें पीआर श्रीजेश की अगुवाई वाली भारतीय पुरूष हॉकी टीम रियो ओलंपिक से काफी उम्मीदें हैं। इस 92 वर्षीय दिग्गज ने कहा, मुझे पूरी उम्मीद है कि इस बार हम अच्छा प्रदर्शन करेंगे और पदक जीतने में सफल रहेंगे। भारतीय हॉकी टीम को ओलंपिक स्वर्ण पदक जीतते हुए देखना मेरी आखिरी इच्छा है।
भारत में सबसे अधिक उम्र के ओलंपियन बलबीर सीनियर ने न केवल हॉकी टीम बल्कि रियो में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले सभी खिलाड़ियों को शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा, कड़ी मेहनत करो, लक्ष्य ऊंचा रखो, सकारात्मक सोचो और सबसे ऊपर का स्थान हमेशा खाली रहता है। कर्मठ व्यक्ति वहां पहुंचते हैं जो उसके हकदार होते हैं।
उन्होंने कहा, जब मैं कप्तान के रूप में खेला करता था तब मैं यह कहा करता था। यहां तक कि भारतीय हॉकी टीम का मुख्य कोच और मैनेजर रहते हुए मैं कहता था कि हमें जीतने के लिए खेलना है।
बलबीर सीनियर ने कहा, मैंने अपनी पूरी जिंदगी में यह सिद्धांत अपनाया। किसी भी समय हमारे दिमाग में नकारात्मक विचार नहीं आने चाहिए। हमें अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करके जीत को लक्ष्य बनाना चाहिए। लंदन (1948), हेलंसिकी (1952) और मेलबर्न (1956, कप्तान के रूप में) की स्वर्ण पदक विजेता टीम का हिस्सा रहे बलबीर सीनियर ने कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी विश्वास व्यक्त किया है कि भारतीय दल रियो में शानदार प्रदर्शन करेगा।
उन्होंने हालांकि टीम को अपनी फिनिशिंग पर काम करने की सलाह दी और आक्रामक हॉकी खेलते हुए उन्हें अपना रक्षण कमजोर नहीं करना चाहिए। बलबीर सीनियर ने कहा, हमारा खेल संतुलित होना चाहिए। हमें आक्रामक खेल दिखाना चाहिए लेकिन हमारा रक्षण भी कमजोर नहीं पड़ना चाहिए। उन्होंने किसी एक खिलाड़ी को खास बताने से इनकार कर दिया और कहा कि हॉकी टीम गेम है।
इस दिग्गज ने कहा, जब मैं खेला करता था या कोच या मैनेजर था तब भी मैंने किसी एक खिलाड़ी को खास करार नहीं दिया। मेरे लिए सारी टीम, सभी 11 खिलाड़ी और अतिरिक्त खिलाड़ी देश का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। जब तक खेल चल रहा हो तब तक पूरा ध्यान जीत पर केंद्रित होना चाहिए। (वार्ता)