Last Modified: नई दिल्ली (वार्ता) ,
रविवार, 2 सितम्बर 2007 (18:27 IST)
मुद्रास्फीति 4 प्रतिशत से नीचे
दूध, फल, सब्जियाँ और मसूर जैसे खाद्य पदार्थ महँगे होने के बावजूद मुद्रास्फीति की सालाना दर लगभग सवा साल में पहली बार चार प्रतिशत से नीचे आ गई है।
कारखानों में बना कुछ सामान सस्ता होने से मुद्रास्फीति की दर 18 अगस्त को समाप्त हुए सप्ताह में 3.94 प्रतिशत रह गई, जो चालू वित्त वर्ष के लिए रिजर्व बैंक के पाँच प्रतिशत के लक्ष्य से काफी नीचे है।
मुद्रास्फीति के नवीनतम आँकड़ों से स्पष्ट है कि रिजर्व बैंक और सरकार के हाल के महीनों में किए गए मौद्रिक एवं राजकोषीय उपायों का आखिर फल मिलने लगा है।
रिजर्व बैंक ने इसी सप्ताह जारी अपनी रिपोर्ट में कहा है कि दुनिया की मंड़ियों में जिंसों की ऊँची कीमतों और पूँजी प्रवाह के कारण देश में महँगाई का दबाव बना रह सकता है। बैंक ने कहा कि हालाँकि पिछले कुछ महीनों में महँगाई में कमी आई है, लेकिन इसे काबू में रखने के लिए सतर्कता के साथ निगरानी और उचित नीतिगत कार्रवाई जरूरी है।
बैंकिंग क्षेत्र में नकदी की भरमार से महँगाई के खतरे को देखते हुए रिजर्व बैंक ने 31 जुलाई को उम्मीदों के अनुरूप नगद सुरक्षित अनुपात सीआरआर आधा प्रतिशत बढ़ाकर सात प्रतिशत करने की घोषणा की पर आर्थिक वृद्धि की उच्च रफ्तार बनाए रखने के लिए मुनासिब दर पर ऋण सुलभ कराने के लिए अपनी ब्याज की दरों को वर्तमान स्तर पर बनाए रखा।
रिजर्व बैंक ने मुद्रास्फीति को नियंत्रित करने पर जोर देते हुए चालू वित्त वर्ष में इसे पाँच प्रतिशत पर लाने और मध्यावधि में इसे घटाकर चार से साढ़े चार प्रतिशत के बीच लाने का लक्ष्य रखा है।
आलोच्य अवधि के दौरान सकल उपभोक्ता वस्तुओं का आधिकारिक थोक मूल्य सूचकांक पहले के 213.4 अंक अस्थायी से 0.1 प्रतिशत बढ़कर 213.6 अंक अस्थायी पर पहुँच गया।
सप्ताह के दौरान थोक मूल्य सूचकांक की गणना में शामिल 63.75 प्रतिशत का भारांक रखने वाला कारखानों में निर्मित उत्पादों के समूह का सूचकांक 185.7 अंक से 0.1 प्रतिशत घटकर 185.6 अंक रह गया।
प्राथमिक वस्तुओं के वर्ग का सूचकांक 22.02 प्रतिशत भारांक 223.5 अंक से 0.5 प्रतिशत से बढ़कर 224.7 अंक हो गया। ईंधन, ऊर्जा, प्रकाश एवं लुब्रीकेंट्स का सूचकांक भारांक 14.23 प्रतिशत से 322.1 अंक पर अपरिवर्तित रहा।
आलोच्य अवधि में प्राथमिक वस्तुओं के तहत खाद्य वस्तुओं के वर्ग का सूचकांक 221.8 अंक से 0.9 प्रतिशत बढ़कर 223.7 अंक हो गया। समुद्री मछली पाँच प्रतिशत, मसूर दो प्रतिशत तथा दूध, फल, सब्जियाँ, बाजरा और चना एक-एक प्रतिशत महँगा होने से यह सूचकांक बढ़ा है। अलबत्ता मूँग दो प्रतिशत सस्ता हुआ।
प्राथमिक वस्तुओं में ही शामिल अखाद्य वस्तुओं के समूह का सूचकांक 210.0 अंक से 0.1 प्रतिशत घटकर 219.7 अंक रह गया। इसमें शामिल कच्चा कपास, अरंडी और मूँगफली का बीज एक-एक प्रतिशत मंदा हुआ। चमड़े का सामान 77 प्रतिशत, कच्चा चमड़ा 18 प्रतिशत, अलसी और कच्ची खाल चार-चार प्रतिशत, सूरजमुखी और रामतिल दो-दो प्रतिशत तथा कोपरा एक प्रतिशत महँगा हुआ।