भैरव राक्षस गुफा : यहीं पर भूतड़ा जाति के भैरव नामक की गुफा भी है। भैरव राक्षस का काफी आतंक था। आज भी रामदेवजी की पूजा के बाद भैरव राक्षस को बाकला चढ़ाने का रिवाज इस क्षेत्र में है। यह गुफा मंदिर से 12 किमी दूरी पर पोकरण के निकट स्थित है। वहां तक जाने के लिए पक्का सड़क मार्ग है।
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