हिन्दू धर्म में ऐसी कौन सी बातें हैं जो कि पांच की संख्या में है। आइये जानते हैं कि पांच क्या क्या है।
पंच देव : ब्रह्मा, विष्णु, महेष, गणेश और सूर्य।
पांच प्रतीक : ॐ, स्वस्तिक, दीपक, माला, कमल।
पांच अमृत (पंचामृत) : दूध, दही, घी, शहद और शक्कर।
पांच कर्मेंद्रियां : वाक्, पणि, पाद, पायु और उपास्थ।
पांच ज्ञानेंद्रियां : चक्षु, रसना, घ्राण, त्वक् और श्रोत।
पांच चित्तावस्था : क्षिप्त, मूढ़, विक्षिप्त, एकाग्र, निरुद्ध।
पंच क्लेश : अविद्या, अस्मिता, राग, द्वैष, अभिनिवेश।
वर्ष के पांच भेद : संवत्सर, परिवत्सर, इद्वत्सर, अनुवत्सर, युगवत्सर।
कामदेव के पांच बाण : मारण, स्तम्भन, जृम्भन, शोषण, उम्मादन (मन्मन्थ)।
पंच महाभूत : पृथ्वी, जल, अग्नि, वायु और आकाश। मन, बुद्धि और अहंकार को भी महाभूत कहा गया है।
पांच काल : प्रात:काल, संगवकाल, मध्यान्हकाल, अपरान्हकाल, सायंकाल। एक काल में तीन मूहर्त होते हैं। आदि।