सिल्वर लेकर हैदराबाद पहुंचीं पीवी सिंधु का भव्य स्वागत
ओलिंपिक में रजत पदक जीतकर पीवी सिंधु अपने घर हैदराबाद लौट आई हैं। हैदराबाद के एयरपोर्ट पर उनका शानदार स्वागत किया गया। उनके साथ उनके कोच गोपीचंद भी मौजूद थे। यहां उन पर फूलों और गुलदस्तों की बारिश कर दी गई। अब वह गच्चीबोवली के जीएमसी स्टेडियम तक मुंबई की खुली डबल डेकर बेस्ट बस में सवार होकर जा रही हैं। स्टेडियम में एक भव्य समारोह में उन्हें सम्मानित किया जाएगा। एयरपोर्ट पर आंध्र और तेलंगाना दोनों सरकारों के अधिकारी सिंधु के स्वागत के लिए मौजूद थे।
सिंधु की एक झलक पाने के लिए हजारों की संख्या में लोग कतरबंध खड़े हुए हैं। इस मौके पर हैदराबाद ट्रैफिक पुलिस ने सुरक्षा के मद्देनजर एयरपोर्ट से स्टेडियम के बीच का रूट डायवर्ट किया गया है। तेलंगाना के सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री केटी रामा राव वरिष्ठ अधिकारियों के साथ इस भव्य स्वागत की अगुवाई कर रहे हैं और इस संबंध में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं।
सिंधु को इस उपलब्धि के लिए बधाई देते हुए तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने रविवार को कहा, 22 अगस्त को शहर में उनके यहां पहुंचने के बाद एक भव्य स्वागत किया जाएगा। तेलंगाना सरकार ने सिंधु के लिए पांच करोड़ रुपए के नकद पुरस्कार की घोषणा की थी और उन्हें गाचीबाउली में पुलेला गोपीचंद बैडमिंटन अकादमी के निकट 1,000 वर्ग गज का प्लॉट भी दिया जायेगा.अगर वह इच्छुक हों तो उनके उचित सरकारी नौकरी भी दी जाएगी। सिंधु ने ओलिंपिक में सिल्वर पदक जीता है।
पदक जीतने के बाद पीवी सिंधु ने कहा, ओलिंपिक का पदक जीतना मेरा सपना था, लेकिन मैं कभी यह सोचकर नहीं आयी थी कि यहां तक पहुंचुंगी. यह मेरे जीवन का बेहतरीन हफ्ता साबित हुआ है. मैं अपने खेल और प्रदर्शन से बेहद खुश हूं। मैं गोल्ड मेडल से चूक गई, फिर भी खुशी है कि अपने सिल्वर मेडल के जरिए भारतीय खेल प्रेमियों के चेहरों पर मुस्कान ला पाई।
उन्होंने कहा कि यहां तक पहुंचने में मेरे माता-पिता का बड़ा योगदान है। उन्हें जीवन में कई बार कई स्तर पर मेरे लिए, अपनी खुशियां छोड़नी पड़ीं। खासकर मेरे कोच और मेरे सपोर्टिंग स्टाफ ने मुझ पर काफी मेहनत की, जिसकी वजह से मैं यहां तक पहुंच पाई. मैं उन सभी का शुक्रिया अदा करना चाहती हूं।