ब्रिटेन के खिलाफ होगी भारतीय महिला हॉकी टीम की कड़ी परीक्षा
रियो डि जेनेरियो। रियो ओलंपिक के महिला हॉकी स्पर्धा के अपने पहले मुकाबले में जापान के खिलाफ 2 गोल से पिछड़ने के बाद शानदार वापसी कर मैच ड्रॉ कराने वाली भारतीय महिला हॉकी टीम आज ही सोमवार को होने वाले अपने दूसरे में मुकाबले में ब्रिटेन की चुनौती पार करने उतरेंगी।
ओलंपिक में 36 वर्ष के बाद अपना पहला मैच खेलने उतरी भारतीय महिला हॉकी टीम ने रविवार को 0-2 से पिछड़ने के बाद शानदार वापसी करते हुए जापान के साथ 2-2 से ड्रॉ खेला। इस ड्रॉ से भारतीय टीम को काफी आत्मविश्वास मिला है और टीम चाहेगी कि ब्रिटेन के खिलाफ होने वाले मुकाबले में वह इससे भी उम्दा प्रदर्शन करे। हालांकि महिला टीम को इस वर्ष मई में इंग्लैंड दौरे पर करारी हार झेलनी पड़ी थी, जहां इंग्लैंड की टीम ने उसे 5-0 से हराया था।
लेकिन टीम के कोच नील हावगुड को विश्वास है कि टीम उस हार को भुलाकर एक नई तैयारी के साथ मैदान पर उतरेगी। हावगुड ने कहा कि इंग्लैंड दौरा एक अलग तरह का दौरा था। हमें इस बात को सुनिश्चित करना होगा कि खिलाड़ी इंग्लैंड दौरे से सीख लें और इस मुकाबले में अच्छी तैयारियों के साथ मैदान में उतरें।
वहीं दूसरी तरफ लंदन ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता टीम इंग्लैंड की कोशिश होगी कि वह अपने विश्वस्तरीय खिलाड़ियों के साथ रियो ओलंपिक में अच्छा प्रदर्शन करे।
इंग्लैंड की टीम ने गत वर्ष जून में वेलेंशिया हॉकी वर्ल्ड लीग के सेमीफाइनल में चीन को हराकर रियो ओलंपिक का टिकट पाया था। इंग्लैंड की टीम ने रियो ओलंपिक में अपने अभियान की शुरुआत विश्व के तीसरे नंबर की टीम ऑस्ट्रेलिया को 2-1 से हराकर की है।
इंग्लैंड के इस प्रदर्शन से भारतीय कप्तान सुशीला चानु भी अच्छी तरह से अवगत है। सुशीला ने कहा कि ब्रिटेन की टीम से हमें कड़ी चुनौती मिलेगी। हम जापान के खिलाफ मैच जीतना चाहते थे लेकिन जिस तरह से हमने वापसी की उससे मैं खुश हूं। ब्रिटेन की टीम में कुछ अच्छे खिलाड़ी हैं और हमें उनसे सतर्क रहना होगा। ब्रिटेन के खिलाफ हमें पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदलना होगा। (वार्ता)