आदरणीय अध्यापकगण, सभी उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों और मेरे प्यारे सहपाठियों,
सभी को नमस्कार!
आज 26 जनवरी, भारत का गणतंत्र दिवस, एक ऐसा दिन है जब हम अपनी आजादी और लोकतांत्रिक मूल्यों का जश्न मनाते हैं। इस दिन स्कूलों, कॉलेजों और अन्य संस्थानों में भाषण प्रतियोगिताएं आयोजित की जाती हैं। भाषण की शुरुआत एक अच्छा प्रभाव डालती है और श्रोताओं का ध्यान आकर्षित करती है।
यदि हम हमारे देश के महत्वपूर्ण तथ्य के बारे में जानें तो 'आज हम उस ऐतिहासिक दिन को याद करते हैं जब 26 जनवरी, 1950 को हमारा संविधान लागू हुआ था और भारत एक गणतंत्र राष्ट्र बन गया था...। आज से 75 वर्ष पहले, हमने गुलामी की बेड़ियों को तोड़ा और एक स्वतंत्र राष्ट्र के रूप में जन्म लिया...।
आज जब हम तिरंगे को फहराते हैं, तो हमें उन वीर सपूतों को याद करना चाहिए जिन्होंने अपनी जान की बाजी लगाकर हमें आजादी दिलाई। क्या आपने कभी सोचा है कि हमारी आजादी के लिए कितने लोगों ने बलिदान दिया।
सुभाष चंद्र बोस कहते थे कि 'जिस देश की मिट्टी में शहीदों का खून सिंचा हो, उस देश की धरती सोने की होती है।' अत: हमें अपनी मातृभूमि पर गर्व होना चाहिए तथा आगे भी देश की आन-बान-शान के लिए हमें अपने प्राणों का बलिदान देते हुए ना ही पीछे हटना चाहिए और ना ही हमारी धरती मां किसी के अधीन होने देना चाहिए। 'भारत माता की जय' के नारे में साथ अपने भाषण का समापन करें।
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जय हिंद!
गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं।
यदि आप भी गणतंत्र दिवस के शुभ अवसर अपनी स्पीच देने जा रहे हैं तो इसमें ध्यान रखने योग्य खास बातें यह हैं कि भाषण की शुरुआत करते समय आप आत्मविश्वास के साथ बोलना शुरू करें। दर्शकों से आंखें मिलाकर बात करें। साथ ही अपने शब्दों का स्पष्ट उच्चारण करें। अपनी बॉडी लैंग्वेज पर ध्यान दें, भाषण देते समय घबराएं नहीं। साथ ही देशभक्ति से जुड़े अन्य उद्धरण को भी इसमें जोड़कर भाषण को प्रभावशाली बना सकते हैं।
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