युवाओं का अनूठा प्रयोग, जीरो बजट की शॉर्ट फिल्म 'मंत्रीजी का कुत्ता'
होशंगाबाद। राजनीति में पैसा और पावर प्रशासनिक हलकों में किस कदर हावी हावी रहता है। इसका चित्रण छोटे पर्दे पर दिखाने के लिए होशंगाबाद के युवाओं ने एक अनूठा प्रयोग कर डाला। जीरो बजट पर युवाओं ने आपस में चंदा कर एक शॉर्ट फिल्म का निर्माण किया।
प्रसिद्ध व्यंग्यकार डॉ. गोपाल नारायण आवटे के व्यंग्य मंत्रीजी का कुत्ता पर निर्देशक परेश मशी ने एक लघु फिल्म बनाई। फिल्म की खास बात यह है कि इसमें होशंगाबाद के युवा कलाकार अभिनय कर रहे हैं। समीपस्थ ग्राम कुलामणि में बंगले पर फिल्माई गई इस फिल्म का खर्चा युवाओं ने आपस में चंदा करके इकट्ठा किया।
इस फिल्म में होशंगाबाद रंग मंच के कलाकार विजय चौकसे, रत्नेश साहू, मुबीन खान, शफीक खान, संजय तरटे, बसीम खान, नितिन रोहर, विनायक वर्मा, मोहित भारद्वाज, प्रणीत जैन हैं। लोकेश तिवारी ने इसका फिल्मांकन किया है। आर्ट डिजाइन संजय रारैय ने किया है। ऋषभ तिवारी, विश्वजीत तिवारी फिल्माकंन में सहायक हैं।
क्या है मंत्रीजी का कुत्ता : देश में जब ज्वलंत मुद्दे चल रहे हों तब कुछ नेता कैसे अपनी व्यक्तिगत परेशानियों में सरकारी तंत्र का उपयोग करते हैं, इस बात को फिल्म के माध्यम से हास्यरस में कहने की कोशिश की गई है। एक मंत्री का कुत्ता गुम हो जाने पर सरकारी मशीनरी का किस तरह दुरुपयोग किया गया, यह फिल्म में दर्शाया गया है।