Uttarakhand: 7 दिन बाद भी तय नहीं हुआ कि कौन बनेगा सीएम, अब 20 मार्च का हो रहा इंतजार
देहरादून। भाजपा हाईकमान ने मतगणना के 7 दिन बीतने के बाद भी उत्तराखंड में मुख्यमंत्री का नाम घोषित नहीं किया है। सीएम पुष्कर सिंह की हार के बाद पेंच फंसा हुआ है। मुख्य पेंच विधायकों व सांसदों के बीच नए नेता के चयन को लेकर देखा जा रहा है। कुछ समर्थकों ने तो बाकायदा अपने अपने नेता का नाम 'तय' भी कर दिए हैं। दूसरी तरफ भाजपा नेतृत्व ने बुधवार को अचानक कालाढूंगी विधायक बंशीधर भगत को दिल्ली बुला लिया है। उनके दिल्ली रवाना होने से ही सियासी हलकों में अटकलों का दौर शुरू हो गया। भाजपा विधानमंडल दल की बैठक में 20 मार्च को ही अब नए मुख्यमंत्री का नाम सामने आएगा।
भाजपा नेतृत्व 2024 के लोकसभा चुनाव पर फोकस करना चाहता है इसलिए सीएम व संभावित कैबिनेट के ड्राफ्ट को फाइनल टच देने के लिए बैठकों का दौर जारी है। भाजपा की एक लॉबी ने चुने गए विधायकों में से ही सीएम बनाने का दबाव बढ़ा दिया है। इस मुहिम में संघ व भाजपा के वरिष्ठ नेता शामिल बताए जा रहे हैं।
हिमाचल के चुनाव में धूमल की हार के बाद नए चेहरे जयराम ठाकुर को मंत्री बनाने की दलील देते हुए यह गुट नया सीएम बनाने की पैरवी कर रहा है। इस गुट का कहना है कि विधायकों में से सीएम बनाने से राज्य को 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले किसी भी उपचुनाव में नहीं जाना पड़ेगा
जबकि इससे इतर एक गुट किसी सांसद और अनुभवी नेता को मुख्यमंत्री बनाकर 5 साल उसके नेतृत्व में सरकार चलाने पर जोर दे रहा है।
सांसदों में से सीएम बनाए जाने पर प्रदेश को 2 उपचुनाव (लोकसभा/राज्यसभा व विधानसभा) से 2024 के लोकसभा चुनाव का लिटमस टेस्ट होने की बात भी यह गुट कर रहा है। इस स्थिति के चलते 10 मार्च के बाद विधायकों व सांसदों में लगभग 10 नाम सीएम पद के लिए उछल रहे हैं। इनमें पूर्व में भी कुर्सी के दावेदार रहे सतपाल महाराज, धनसिंह रावत, गणेश जोशी, सुबोध उनियाल, प्रेमचंद अग्रवाल, मदन कौशिक समेत सांसद अनिल बलूनी व निशंक के नाम उल्लेखनीय बताए जा रहे हैं।
इस बीच पर्यवेक्षक केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह व मीनाक्षी लेखी होली के बाद देहरादून में भाजपा विधानमंडल दल की बैठक में नए सीएम के नाम का ऐलान करेंगे। इस मौके पर सभी विधायक, सांसद व प्रमुख नेता मौजूद रहेंगे। कार्यवाहक सीएम पुष्कर सिंह धामी केंद्रीय नेताओं से मिलने के बाद कल बुधवार को ही उत्तराखंड लौट आए हैं। आज गुरुवार को वे कैंची धाम और घोडाखाल गोल्ज्यू के दरबार में हाजिरी लगाते हुए सायं को डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक को होली की बधाई देते हुए दिखाई दिए।