शुक्रवार, 25 अप्रैल 2025
  • Webdunia Deals
  1. समाचार
  2. मुख्य ख़बरें
  3. प्रादेशिक
  4. Terrorist threat in Jammu is not yet postponed
Last Updated : गुरुवार, 15 अप्रैल 2021 (21:18 IST)

11 दिनों में दूसरा IS आतंकी गिरफ्तार, अभी भी मंडरा रहा है जम्मू पर खतरा

Terrorist
जम्मू। जम्मू में आतंकी खतरा अभी टला नहीं है। पुलिस ने इस्लामिक स्टेट ऑफ जम्मू कश्मीर के एक और आतंकी को जम्मू से गिरफ्तार किया है। फिलहाल उससे पूछताछ जारी है। बीते 11 दिनों में जम्मू प्रांत में आईएसजेके के 2 आतंकी पकड़े गए हैं। इससे पूर्व 4 अप्रैल को पुलिस ने जम्मू श्रीनगर हाइवे पर झज्जर कोटली में आईएसजेके के आतंकी मलिक उमैद को पकड़ा था। उसके पास से एक पिस्तौल व करीब सवा लाख रुपए की नकदी बरामद की गई थी।

ऐसे में अधिकारी खुद मानते हैं कि कश्मीर में आतंकियों पर सुरक्षाबलों के बढ़ते दबाव का ही परिणाम है कि आतंकियों के कदम अब दक्षिण अर्थात जम्मू व देश के अन्य हिस्सों की ओर बढ़ते जा रहे हैं। ताजा मामले में आईएस के दूसरे आतंकी की जम्मू में देर रात को हुई गिरफ्तारी इसका पुख्ता प्रमाण है। आज पकड़े गए आतंकी का नाम आकिब बशीर पर्रे उर्फ अस्सदुल्लाह है। वह आईएसजेके का एक सक्रिय आतंकी है।

एसएसपी जम्मू के अनुसार, आकिब बशीर को आज एक विशेष सूचना के आधार पर जम्मू के बाहरी क्षेत्र में स्थित एक आवासीय कॉलोनी से पकड़ा गया है। वह उनसु, हंदवाड़ा का रहने वाला है। फिलहाल उससे पूछताछ जारी है। इस बीच, एक अन्य पुलिस अधिकारी ने बताया कि आकिब का संबंध करीब 11 दिन पहले पकड़े गए आतंकी मलिक उमैद से भी है।

इस बात का पता लगाया जा रहा है कि वह कश्मीर से जम्मू इसी माह आया था या पहले आया था। यह भी पता लगाया जा रहा है कि क्या वह जम्मू में ही छिपा हुआ था या फिर जम्मू कश्मीर से बाहर पंजाब, दिल्ली और चंडीगढ़ में कहीं गया था।

उसके स्थानीय संपर्क सूत्रों और ओवरग्राउंड वर्करों की भी निशानदेही की जा रही है। उन्होंने बताया कि पहले उमैद और उसके आकिब बशीर की गिरफ्तारी के आधार पर कहा जा सकता है कि जम्मू में नेटवर्क बनाने का प्रयास कर रही आईएसजेके को एक बड़ा आघात पहुंचा है।
आईएस के दोनों आतंकियों ने इसके प्रति खुलासा किया है कि हथियारों की कमी व सुरक्षाबलों के दबाव के चलते बहुत से आतंकी अब दक्षिण की ओर मूव कर चुके हैं। बहुत से जम्मू में छुपे हुए हैं और बहुतेरे देश के अन्य हिस्सों में लापता हो चुके हैं। फिलहाल सुरक्षाधिकारी उस संख्या के प्रति अंदाजा नहीं लगा पाए हैं कि कितने आतंकी कश्मीर से मूव कर चुके हैं।
सूत्रों का कहना था कि जम्मू में आतंकी गतिविधियां तेज होने से सुरक्षा एजेंसियां और भी सतर्क हो गई हैं। इससे पहले लश्करे मुस्तफा के आतंकी मलिक की जम्मू में गिरफ्तारी, सांबा में सुरंग और हथियारों का मिलना दर्शाता है कि कश्मीर में खात्मे की कगार पर आतंकी गुटों ने अब जम्मू संभाग में साजिशों को तेज कर दिया है।

याद रहे मंदिरों का शहर जम्मू हमेशा ही आतंकियों के निशाने पर रहा है। प्रसिद्ध श्री रघुनाथ जी मंदिर पर पहले भी दो आतंकी हमले हो चुके हैं।
ये भी पढ़ें
UP में 24 घंटे में मिले Corona के 22439 नए मामले, बढ़ाई जा रही है टेस्टिंग क्षमता