चेन्नई। किसी शीर्ष नौकरशाह के ठिकानों पर छापे के संभवत: पहले मामले में आयकर अधिकारियों ने आज तमिलनाडु के मुख्य सचिव के घर और दफ्तर पर तलाशी ली और अफसरों ने 30 लाख रुपए के नए नोट और 5 किलोग्राम सोना जब्त करने का दावा किया। इसके अलावा करीब 5 करोड़ रुपए की अघोषित आय का खुलासा होने का भी दावा किया।
आयकर विभाग के सूत्रों ने कहा कि सीआरपीएफ के करीब 35 जवानों के साथ आयकर विभाग के करीब 100 अधिकारियों के दल ने आज सुबह 6 बजे से छापेमारी शुरू की और मुख्य सचिव पी राम मोहन राव, उनके बेटे विवेक और कुछ रिश्तेदारों के चेन्नई और आंध्र प्रदेश के चित्तूर स्थित ठिकानों समेत 15 जगहों पर तलाशी ली।
आयकर विभाग के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा कि 30 लाख रपये नये नोटों में और पांच किलोग्राम सोना छापे में जब्त किया गया। उन्होंने कहा कि विवेक द्वारा कथित तौर पर अर्जित पांच करोड़ रपये की अघोषित आय का भी खुलासा हुआ। राव या उनके बेटे की इस बारे में प्रतिक्रिया नहीं ली जा सकी।
आयकर विभाग ने यहां तमिलनाडु के कुछ रेत खनन कारोबारियों के यहां छापे के बाद यह कार्रवाई की है। छापे में नोटबंदी के बाद प्रदेश में नए नोटों की सबसे बड़ी खेप पकड़ी गई थी। आयकर अधिकारी ने कहा, हम सबूतों के आधार पर छापे मारने गए जिसमें दस्तावेज, नोटिंग और अन्य चीजें हैं जो राव और उनके बेटे द्वारा करीब 16 करोड़ रुपए से लेकर 17 करोड़ रुपए तक की प्राप्ति की ओर इशारा करते हैं।
अधिकारी ने कहा कि यहां राव के आवास, उनके रिश्तेदारों और सहयोगियों के आवास समेत सचिवालय में उनके चैंबर में यह कार्रवाई की गयी। आयकर विभाग के शीर्ष सूत्रों ने कहा कि राव के बेटे विवेक पापीसेत्ती और उनके रिश्तेदारों के खिलाफ भी कार्रवाई शुरू की गई। आंध्र प्रदेश के चित्तूर में विवेक के ससुर के यहां भी तलाशी ली गई।
जब अधिकारी से पूछा गया कि उनके पास किस तरह के सबूत थे, इस पर उन्होंने कहा, हमारे पास बहुत सबूत हैं। नहीं तो, हम तलाशी कैसे करते? उन्होंने खनन कारोबारी शेखर रेड्डी और श्रीनिवासुलू के पास से 135 करोड़ रुपए की नकदी और 177 किलोग्राम सोना जब्त करने की हालिया कार्रवाई की ओर इशारा किया।
उन्होंने कहा कि उस अभियान से भी हमारे पास सबूत हैं। सीबीआई ने आज रेड्डी और उनके सहयोगी श्रीनिवासुलू को भी गिरफ्तार किया और उन्हें यहां की एक अदालत ने न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
तमिलनाडु के मुख्य सचिव पर कार्रवाई प्रतिशोधी नहीं : भाजपा ने तमिलनाडु के मुख्य सचिव पी राममोहन राव के खिलाफ आयकर विभाग के छापों की पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा आलोचना को खारिज करते हुए आज कहा कि छापे ये साबित करते हैं कि एजेंसी बिना किसी भेदभाव के काम कर रही है और उसने एक सामान्य प्रक्रिया अपनाई। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष टी सौंदराजन ने कहा कि आयकर अधिकारी राज्य में काफी समय से छापेमारी कर रहे हैं और निजी ठेकेदार शेखर रेड्डी से काफी जब्ती हुई है।
उन्होंने कहा, आज छापे मुख्य सचिव के आवास पर मारे गए हैं। यह आयकर विभाग की ओर से अपनाई जा रही एक सामान्य प्रक्रिया है, इसलिए यह कैसे स्वीकार है यदि ममता बनर्जी जैसे लोग इसे बदले की कार्रवाई बताएं। उन्होंने संवाददाताओं से कहा, छापे यह देखने के लिए मारे जाते हैं कि क्या कोई (अवैध) नकदी मौजूद है। यदि कुछ भी (आपत्तिजनक मौजूद) नहीं तो वे वह कह देंगे। इसलिए मैं इससे पूरी तरह से इनकार करती हूं कि यह बदले की कार्रवाई है।
उन्होंने कहा कि आज के छापे इसका सबूत है कि आयकर विभाग बिना किसी भेदभाव के काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य में आयकर विभाग के पूर्व के छापों में नकदी, सोना और दस्तावेज जब्त किए गए हैं। सौंदराजन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान को याद करते हुए कहा कि ‘ईमानदार लोगों को भयभीत होने की जरूरत नहीं है’ क्योंकि कर चोरी और कालाधन के खिलाफ जांच अनियमितताओं में लिप्त लोगों को निशाना बनाकर की जा रही है। (भाषा)