मंदसौर में शिवराज, मृत किसानों के परिजनों से बोले...
इंदौर/मंदसौर। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को किसान आंदोलन के दौरान पुलिस फायरिंग में मारे गए लोगों के परिवारों से मिले। उन्होंने मृत किसानों के परिजनों से वादा किया कि दोषियों को छोड़ा नहीं जाएगा। मुख्यमंत्री के दौरे से पहले मंदसौर में धारा 144 को हटा लिया गया था।
मुख्यमंत्री बड़वन में पुलिस कार्रवाई में मारे गए घनश्याम (32) के पिता दर्गालाल से मिले। लाठीचार्ज में घायल होने के बाद घनश्याम को इंदौर ले जाया गया था। इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई थी। पिता ने कहा कि दोषियों पर सख्त से सख्त कारवाई हो। हमें सरकारी नौकरी या सहायता राशि नहीं चाहिए। बस दोषियों पर कार्रवाई हो।
इसके बाद मुख्यमंत्री महिलाओं से मिलने घर के भीतर पहुंचे। यहां धनश्याम की पत्नी रेखा ने आक्रोश में आकर कहा कि आप पुलिस को गोली चलाने का आदेश दे सकते हो क्या? इस पर सीएम खामोश हो गए। इसके बाद उन्होंने कहा कि मैं खुद इस मामले का देख रहा हूं, दोषियों को दंड मिलेगा।
बड़वन से सीएम सीधे लोध पहुंचे। यहां वे मारे गए सत्यनारायण के परिजनों से मिले। सीएम ने कहा कि मैं दुख की इस घड़ी में आपके साथ हूं, पूरी सरकार आपके साथ खड़ी है। सरकार आपका कर्ज माफ कर रही है। आपके खाते में एक करोड़ रुपए आ जाएंगे।
बाद में मुख्यमंत्री नीमच के नयाखेड़ा में चैनराम पाटीदार के घर पहुंचे। परिवार के साथ छोटे भाई गोविंद से कामकाज के बारे में जानकारी ली। जवाब में गोविंद ने कहा- 'मैं 10वीं पास हूं।' इस पर उन्होंने उसे विधायक दिलीप सिंह परिहार के साथ भोपाल आने को कहा।
इस बीच कांग्रेस ने भी बुधवार को सरकार के खिलाफ आंदोलन तेज कर दिया। ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ दूसरे नेता भोपाल में 72 घंटे का उपवास शुरू करेंगे। सिंधिया को एक दिन पहले ही मंदसौर में एंट्री नहीं मिली थी।