Raja Raghuvanshi Murder Mystery: Tourist Guide के सुराग से ऐसे हुआ Sonam की साजिश का पर्दाफाश
Raja Raghuvanshi Murder case: सोनम रघुवंशी (Sonam Raghuvanshi) और राजा रघुवंशी (Raja Raghuvanshi) मामले में आए यूटर्न से सभी हैरान है। सोनम रघुवंशी के यूपी के गाजीपुर से गिरफ्तार होने के बाद उसके पति की मर्डर मिस्ट्री से पर्दा उठ गया है। पुलिस को उस टूरिस्ट गाइड का बयान से पूरे मामले को सुलझाने में मदद मिली जिसने आखिर बार राजा को जिंदा देखा था। पुलिस कई दिनों से राजा के हत्यारों और उसकी पत्नी की तलाश कर रही थी। इस बीच टूरिस्ट गाइड ने पुलिस को बताया कि उसने तीन लोगों को राजा के साथ आखिरी बार देखा था।
कैसे शक के दायरे में आई सोनम
11 मई को सोनम और राजा रघुवंशी की शादी हुई। दोनों 20 मई को मेघालय के शिलांग में हनीमून बनाने गए।
23 को राजा और सोनम लापता हो गए। कुछ दिन बाद 2 जून को वेइसावडॉन्ग झरने के पास राजा का शव गहरी खाई में मिलता है। शव की पहचान उसके हाथ पर बने टैटू से हुई, लेकिन सोनम का अभी भी कोई सुराग नहीं था।
राजा की छिपाई गई लाश का मिलना ही जांच का टर्निंग प्वाइंट था। उसी के बाद लापता सोनम शक के दायरे में आ गई थी।
साथ में 3 पुरुष होने का किया था दावा
हनीमून के लिए निकले सोनम और राजा रघुवंशी 23 मई को मेघालय के शिलांग से लापता हो गए थे। राजा का शव 2 जून को मिला। पुलिस का कहना है कि राजा की हत्या की गई थी। स्थानीय गाइड का नया दावा सामने था। मेघालय के एक पर्यटक गाइड ने शनिवार को दावा किया था कि इंदौर से हनीमून मनाने आए नवविवाहित दंपति राजा रघुवंशी और उनकी पत्नी सोनम जिस दिन सोहरा इलाके से लापता हुए, उस दिन उनके साथ तीन पुरुष भी थे।
गड्ढे में मिला था राजा का शव
सोहरा से 23 मई को लापता हुए राजा का शव 2 जून को एक गड्ढे में मिला था। मावलाखैत के एक गाइड अल्बर्ट पडे ने पीटीआई को बताया था कि उसने 23 मई को पूर्वाह्न 10 बजे के आसपास नोंग्रियात से मावलाखैत तक 3,000 से अधिक सीढ़ियां चढ़ते हुए इस जोड़े को तीन पुरुष पर्यटकों के साथ देखा था। पडे ने बताया कि वह दंपति को पहचानता है क्योंकि एक दिन पहले उसने नोंग्रियात तक चढ़ने के लिए उन्हें अपनी सेवाएं देने की पेशकश की थी लेकिन उन्होंने विनम्रतापूर्वक मना कर दिया था और एक अन्य गाइड को काम पर रख लिया था। इनपुट एजेंसियां Edited by: Sudhir Sharma