बिहार में बाढ़ के कहर के बाद अब मंडराया महामारी का खतरा, प्रभावित हो सकती है 17 लाख की आबादी
पटना। बिहार में बारिश के बाद अब जलजमाव ने लोगों की परेशानी को बढ़ा दिया है। जलजमाव के कारण अब महामारी की आशंका गहराने लगी है। भारी बारिश, बाढ़ व जलजमाव की आपदा की चपेट में बिहार के 97 प्रखंडों के 786 गांवों की 17.09 लाख आबादी प्रभावित हुई है। भागलपुर के 265 गांव बाढ़ की चपेट में हैं। बारिश के कारण अब तक 42 लोगों मारे जाने और 9 के घायल होने की खबर है।
पिछले दिनों हुई लगातार बारिश के बाद अब लोगों पर महामारी का खतरा मंडरा रहा है। भारी बारिश, बाढ़ व जलजमाव की आपदा की चपेट में बिहार के 97 प्रखंडों के 786 गांवों की 17.09 लाख आबादी आई है। पटना, भागलपुर, भोजपुर, नवादा, नालंदा, खगड़िया, समस्तीपुर, लखीसराय, बेगूसराय, वैशाली, बक्सर, कटिहार, जहानाबाद, अरवल और दरभंगा मुख्य रूप से प्रभावित हुए हैं। पटना के प्रभावित इलाकों से जल निकासी के लिए प्रशासन लगातार प्रयास कर रहा है। कई इलाकों में 5 दिनों से सड़ते पानी से अब बदबू शुरू हो गई है। इससे महामारी की आशंका होने लगी है।
12 हजार लोगों को किया रेस्क्यू : जिला प्रशासन ने 12 हजार से अधिक लोगों के रेस्क्यू करने का दावा किया है। सेना के हेलीकॉप्टर से करीब 6,200 फूड पैकेट जल प्रभावित क्षेत्रों में गिराए गए हैं। पटना के पाटलीपुत्र कॉलोनी और राजीवनगर में भी 4 से 5 फुट पानी जमा जमा हुआ है।