जानिए किस तरह पाक बरसाता है भारत पर गोलियां
जम्मू की अंतरराष्ट्रीय सीमा पर एक बार फिर से पाक ने फायरिंग की है। फायरिंग की यह घटना जम्मू के अरनिया सेक्टर में सुबह सात से साढ़े सात बजे के बीच हुई। पाकिस्तान रेंजर्स ने अरनिया सीमा पर टैक्टर से मरम्मत का काम जवानों पर फायरिंग कर धमकाया। रेंजर्स के जवानों पर कुछ बुलैट भी दागे।
सीमा पर तैनात बीएसएफ के जवानों ने भी कुछ राउंड रेंजर्स के ऊपर फायर किए। भारतीय इलाके में मोर्टार के कुछ गोले भी मिले है। फिलहाल कोई नुकसान या हताहत होने की कोई खबर नही है। वैसे इस इलाके में जब फेंसिंग बन रहा था तब भी पाक ने कई दफा उस पर गोले बरसाए थे, लेकिन बीएसएफ जवानों ने अपनी जान पर खेलकर फेंसिंग पूरी करवाकर ही दम ली। इससे बन जाने ने पाक के नापाक मंसूबे पर काफी हद तक लगाम लगा।
इससे पहले गुरुवार को पाकिस्तान ने राजौरी के नौशेरा सेक्टर पाकिस्तान ने युद्धविराम का उल्लंघन किया। पाक की ओर से ऑटोमैटिक हथियार, 81 एमएम और 120 एमएम मोर्टार से गोलाबारी की गई। इस फायरिंग में एक महिला की मौत भी हो गई।
अनिश्चित काल के लिए बंद हुए स्कूल : पाकिस्तानी सैनिकों की गोलेबारी के मद्देनजर एहतियातन क्षेत्रों के स्कूलों को अनिश्चित काल के लिए बंद करने के आदेश के बाद जम्मू-कश्मीर के राजौरी में नियंत्रण रेखा के आसपास वाले स्कूल आज लगातार तीसरे दिन भी बंद रहे।
सेना ने पुंछ के बालाकोट सेक्टर में नियंत्रण रेखा के आसपास वाले स्कूलों को बंद करने का भी आदेश दिया है और लोगों से इन सीमावर्ती इलाकों में नहीं जाने को कहा है। उल्लेखनीय है कि 10-11 मई की दरमियानी रात को पाकिस्तानी गोलीबारी में एक महिला की मौत हो गई और उसके पति समेत दो अन्य व्यक्ति घायल हो गये। जिसके बाद 11 मई को राजौरी जिले में नियंत्रण रेखा के पास स्थित सभी स्कूलों को बंद कर दिया गया था।
राजौरी के उपायुक्त शाहिद इकबाल चौधरी ने कहा कि हमने राजौरी जिले में नियंत्रण रेखा के पास वाले स्कूलों को अनिश्चित काल के लिए बंद कर दिया है। इस गोलीबारी से शेरी मकेरी, नमकडाली, जनगढ़, लाम, भवानी और खंभा क्षेत्रों समेत नियंत्रण रेखा के पास पांच-छह बस्तियां बुरी तरह से प्रभावित हुई है। उन्होंने बताया कि गोलेबारी के कारण करीब 27 परिवार प्रभावित हुए हैं और इसके साथ ही स्कूल समेत कई घर आंशिक रूप से तो कई बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए।