पर्वतारोही नलिनी के नाम पर हिमालय की एक चोटी का नाम
पुणे। हिमालय की एक चोटी का नाम प्रसिद्ध पर्वतारोही नलिनी सेनगुप्ता के नाम पर रखा जाएगा। 60 साल से अधिक उम्र की नलिनी अब तक कई शिखरों पर चढ़ाई कर चुकी हैं।
शहर के एक नामी पर्वतारोहण संस्थान ‘गिरीप्रेमी’ के पर्वतारोहियों ने हिमालय के हमता दर्रा क्षेत्र में स्थित 5260 चोटी पर चढ़ाई की जिसके बाद संस्थान ने इसका नाम नलिनी के नाम पर ‘माउंट नलिनी’ रखने का फैसला किया।
संस्थान ने नलिनी की 1970 के बाद से युवाओं को पर्वतारोहण के लिए प्रेरित करने की कोशिशों के सम्मान में यह कदम उठाया है।
गिरीप्रेमी माउंटेनियरिंग इंस्टीट्यूट के समन्वयक और इसके माउंट एवरेस्ट अभियान के नेता उमेश जिरपे ने कहा कि आमतौर पर पहली टीम जो किसी अनछुई चोटी पर पहुंचती है उसे उसका नामकरण करने का सम्मान मिलता है। अब तक कई टीमों ने नई खोजें की हैं और नए पर्वतों पर चढ़ाई की है।
उन्होंने अपने प्रिय ईश्वर, स्थानीय देवी-देवताओं और गांवों के नाम पर उनके नाम रखे हैं। जिरपे ने कहा कि हमता दर्रा क्षेत्र में स्थित पीक 5260 खुद में एक चुनौती थी। हमने इसका नाम नलिनी सेनगुप्ता के नाम पर रखा है। पर्वतारोहण के प्रति उनका समर्पण एवरेस्ट की ऊंचाई से कम नहीं है। वे धन, उपकरणों और प्रोत्साहन की कमी जैसी बाधाओं को भी पार कर चुकी हैं। नलिनी यह समाचार पाकर बहुत खुश हुईं।
उन्होंने कहा कि इसके बारे में जानकर पहले मुझे अजीब-सा लगा, लेकिन बाद में मुझे थोड़ा मजा आया। पर्वतारोहण मेरे खून में है।
नलिनी ने कहा कि मैं एक सैन्य परिवार से हूं जिसने पीढ़ी-दर-पीढ़ी देश की सेवा की है। मूल रूप से हम दार्जीलिंग के रहने वाले हैं। मेरे मन में किसी साहसिक काम से जुड़ने की इच्छा थी इसलिए मैं 1970 में उत्तरकाशी के नेहरू इंस्टीट्यूट ऑफ माउंटेनियरिंग में पर्वतारोहण आधार शिविर पाठ्यक्रम से जुड़ गईं। (भाषा)