सुकमा में नक्सली हमला, नजदीकी गांवों में सन्नाटा
सुकमा। छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग के सुकमा जिले में सोमवार दोपहर हुए नक्सली हमले में 25 जवानों के शहीद होने के बाद आसपास के गांवों में सन्नाटा पसरा हुआ है।
बुरकापाल गांव के पास सड़क सुरक्षा में लगे केन्द्रीय सुरक्षा बल जवानों के इस नरसंहार के बाद स्थिति को देखते हुए आंध्रप्रदेश में ग्रेन हाउण्डफोर्स तथा उड़ीसा सीमा पर उड़ीसा पुलिस सतत निगरानी रखे हुए हैं।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक तीनों राज्यों का एक संयुक्त अभियान चलाया जा रहा है। तापमान बेहद ज्यादा होने के बावजूद पुलिस गश्त में लगी है। वहीं घटना के बाद आसपास के गांवों में सन्नाटा है। ग्रामीण अपने घरों को छोड़कर चले गए हैं। इस क्षेत्र में पिछले दो महीने में लगातार सड़क निर्माण के बीच 44 जवान शहीद हो गए हैं।
आधिकारिक जानकारी के अनुसार दोरनापाल से जगरगुंडा के बीच 56 किमी की सड़क का निर्माण कार्य चल रहा है। यह सड़क आगे चलकर आंध्रप्रदेश और महाराष्ट्र को जोड़ेगी।
लोक निर्माण विभाग के मुख्य अभियंता आरबी मंगलूरकर ने बताया कि नौ किलोमीटर सड़क निर्माण कार्य विभाग ने किया, आगे का निर्माण कार्य पुलिस हाउसिंग बोर्ड द्वारा किया जा रहा है। उन्होने बताया कि जगरगुंडा गांव सेंट्रल जंक्शन है, जहां से बीजापुर, महाराष्ट्र तथा चिंतागुफा, मरई गुड़ा होते हुये यह सड़क आंध्रप्रदेश को जोड़ेगी। बैलाडिला से जगरगुंडा मार्ग भी लगभग अंतिम चरण में है। (वार्ता)