अमृतसर। पंजाब में अमृतसर के बाहरी इलाके में रविवार को एक धार्मिक समागम में हुए ग्रेनेड हमले में मुख्य उपदेशक सुखदेव कुमार सहित तीन लोगों की मौत हो गई और 23 अन्य घायल हो गए। यह घटना सुबह करीब 11.15 की है। इस हमले के बाद अफरातफरी मच गई। सेवादारों ने हमलावरों को पकड़ने की कोशिश भी की लेकिन हथियारों से लैस हमलावर भागने में सफल हो गए।
अमृतसर के राजा सांसी के समीप अदलिवाला गांव में निरंकारी भवन में निरंकारी पंथ के धार्मिक समागम के दौरान यह विस्फोट हुआ। यह स्थान अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे के समीप है। बाइक पर आए दो लोगों ने ग्रेनेड फेंका। उनके चेहरे सफेद कपड़े से ढके हुए थे।
वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ मौके पर पहुंचे पुलिस महानिदेशक सुरेश अरोड़ा ने कहा कि यह हमला ‘आतंकी कृत्य’ प्रतीत होता है। देर शाम फोरेंसिक टीम जांच में जुटी हुई थी। सभी सीमाओं को सील कर दिया गया और सर्च ऑपरेशन चल रहा है।
घटनास्थल का निरीक्षण करने वाले पुलिस महानिरीक्षक एस एस परमार ने कहा कि घटना में तीन लोग मारे गए जबकि 20 अन्य घायल हो गए, जिनमें से दो गंभीर रूप से घायल हैं। उन्होंने बताया कि घटना के समय निरंकारी भवन में महिलाओं समेत लगभग 200 श्रद्धालु मौजूद थे।
उन्होंने बताया कि प्रारंभिक जांच में पता चला है कि परिसर में कोई सीसीटीवी नहीं लगा हुआ था। घटना के बाद पुलिस ने भवन को सील कर दिया और राज्य के अन्य निरंकारी भवनों में सुरक्षा को बढ़ा दिया गया है।
मृतकों की पहचान संदीप सिंह निवासी राजासांसी, सुखदेव कुमार निवासी मीरकोट और कुलदीप सिंह निवासी बग्गनकलां के तौर पर हुई है जबकि घायलों में सर्वजीत सिंह, अवतार सिंह, कश्मीर सिंह, गुरप्यार सिंह सभी निवासी राजासांसी, मेहकजीत कौर निवासी मीरकोट कलां, सुखविंदर कौर और एक बच्चा निवासी धौलकलां, सतिंदर कुमार निवासी अमृतसर, देसा सिंह निवासी मीरकोट, सुरजीत कौर मीरकोट, गगनदीप सिंह राजासांसी, कुलविंदर कौर शेहरकलां, आकाशदीप सिंह राजासांसी, हरविंदर सिंह बग्गा खुर्द, जसबीर कौर राजासांसी, लाल बिहारी गोरखपुर, हरजोत सिंह कुक्कडांवाला, कुलदीप सिंह कुक्कडांवाला, निर्मल कौर घानुपुर, राजवंत कौर राजासांसी और सिमरनजीत कौर शामिल हैं।
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि इस घटना में आईएसआई-समर्थित खालिस्तानी/कश्मीरी आतंकवादी समूहों की संलिप्तता की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है। सिंह ने इस हमले की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि वह ‘‘आतंकी शक्तियों’’ को राज्य में कड़ी मेहनत से हासिल की गई शांति को भंग नहीं करने देंगे।
पंजाब पुलिस के प्रमुख सुरेश अरोड़ा ने बताया कि यह घटना आतंकी कृत्य प्रतीत होती है।...हम इसे एक आतंकी हरकत के तौर पर लेंगे। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की टीम ने देर शाम घटना स्थल पर पहुंच कर पुलिस अधिकारियों से घटना संबंधी जानकारी ली।
एक आधिकारिक प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देशों पर राज्य में निरंकारी भवनों में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। उन्होंने बताया कि सिंह ने इस घटना में मारे गए लोगों के परिजन को पांच लाख रुपए का मुआवजा देने और घायलों का मुफ्त इलाज किए जाने की घोषणा की है।
एक खुफिया सूचना में दावा किया गया है कि जैश-ए-मोहम्मद के छह से सात आतंकवादियों का एक समूह राज्य में, खासतौर से फिरोजपुर में मौजूद है। इस सूचना के बाद से पंजाब अलर्ट पर है। चार लोगों ने पिछले सप्ताह पठानकोट जिले में माधोपुर के समीप बंदूक दिखाकर एक ड्राइवर से एसयूवी छीन ली थी जिसके बाद से राज्य में सुरक्षा बढा दी गई थी।