Last Modified: जौनपुर ,
सोमवार, 24 जनवरी 2011 (12:09 IST)
जौनपुर में केवल 34 स्वतंत्रता संग्राम सेनानी
आजादी के समय उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले में चार सौ तिहत्तर स्वतन्त्रता सेनानी रहे लेकिन अब इनकी संख्या मात्र चौंतीस रह गई है।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार जिले में अब तक जीवित बचे स्वतन्त्रता सेनानियों में सर्वश्री गंगा प्रसाद उपाध्याय, बाँके बिहारी तिवारी, हरदेव मिश्र, शिवप्रसाद पाण्डेय, पुद्दन मौर्य, हरिश्चन्द्र वर्मा, बनारसी राम, मुइनुद्दीन, पारस नाथ सिंह, केदारनाथ सिंह, दाता राम उर्फ दातादीन, राम गोविन्द पाण्डेय, श्रीनिधि दूबे, राम सनेही, राम अधार, श्रीराम उर्फ श्रीनाथ, राजाराम पाण्डेय, गंगा प्रसाद तिवारी, हरिहर सिंह, रघुनाथ प्रसाद और रामयश हैं।
इसके साथ ही त्रिलोक मोहन उपाध्याय, विश्वनाथ, राम अनमोल पाण्डेय, लालता प्रसाद दूबे, जनार्दन दूबे, रामहित प्रसाद, शीतला प्रसाद सिंह, दिवाकर सिंह, भगेलू राम यादव, राजाराम, सूबेदार मिश्र, देव नन्दन मुनि व ब्रह्मदेव वर्मा हैं।
जिले में निधि दूबे, शिवप्रसाद पाण्डेय सबसे अधिक 101 व 102 वर्ष के हैं। त्रिलोक मोहन उपाध्याय सबसे कम उम्र 69 वर्ष के हैं। इनका जन्म 1942 में जिला कारागार में हुआ था, क्योंकि इनके माता-पिता स्वतंत्रता आन्दोलन के दौरान जेल में बन्द थे। उसी समय इनका जन्म हुआ।
इनके जन्म के पाँच वर्ष बाद देश आजाद हो गया। ये स्वतन्त्रता सेनानी हो गए। (वार्ता)