राजस्थान का चुनावी रण : भाजपा ने 2 कम तो कांग्रेस ने 4 ज्यादा महिलाएं उतारीं मैदान में
जयपुर। राजस्थान विधानसभा चुनाव में महिलाओं की जनसंख्या के अनुपात में इस बार भी टिकट नहीं मिला तथा कांग्रेस ने जहां पिछली बार के मुकाबले चार महिलाएं ज्यादा जबकि भाजपा ने दो महिलाएं चुनाव में कम उतारी हैं।
पिछली बार कांग्रेस की शकुंतला रावत और सोना देवी ही 23 महिला उम्मीदवारों में चुनाव जीत पाई थीं जिन्हें इस बार फिर मौका दिया गया है। भाजपा में इस बार 23 महिलाएं चुनाव मैदान हैं जिनमें राजघराने की तीन महिला उम्मीदवार हैं जबकि एक राजघराने की महिला उम्मीदवार को घर पर बिठा दिया गया है। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे झालरापाटन से, कृष्णेन्द्र कौर नदबई से, सिद्धि कुमारी को बीकानेर से तथा कांग्रेस से दल बदलकर आई पूर्व सांसद इज्याराज की पत्नी कल्पना को लाडपुरा से मौका दिया गया है।
पिछली बार भाजपा से चुनाव जीतने वाली कम से कम आठ महिला विधायकों को घर पर बिठा दिया गया है। इनमें हिंडौन सोजत तथा अनूपगढ़ में उनके स्थान पर महिला को ही उम्मीदवार बनाया गया है। तीन सीटों पर कांग्रेस और भाजपा में महिला उम्मीदवारों के बीच ही मुकाबला होना है जबकि पांच स्थानों पर महिलाओं की जगह पुरुषों ने ले ली। राष्ट्रीय जनतांत्रिक पार्टी की गोलमा देवी भी इस बार भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ रही हैं।
भाजपा ने इस बार जयपुर राजघराने की दीया कुमारी का सवाई माधोपुर से टिकट काट दिया लेकिन वे पार्टी के साथ जुड़ी हुई हैं लेकिन विधायक अनिता कटारा पार्टी से टिकट नहीं मिलने पर सागवाड़ा से निर्दलीय चुनाव मैदान में हैं। अनिता ने पिछला चुनाव 640 वोटों से ही जीता था। भाजपा में पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं वसुंधरा सरकार में मंत्री किरण माहेश्वरी को फिर राजसमंद से चुनाव लड़ने का मौका दिया गया है। इसी तरह पांच बार विधायक रह चुकीं सूर्याकांता व्यास को भी सूरसागर से फिर मौका दिया गया है।
कांग्रेस से आईं ममता शर्मा को पिपलदा से टिकट दिया है। इससे पहले ममता शर्मा बूंदी से विधायक रह चुकी हैं। तीन सीटों पर कांग्रेस और भाजपा में मुकाबला महिला उम्मीदवारों के बीच ही है। इनमें सोजत से शोभा चौहान (भाजपा), शोभा सोलंकी (कांग्रेस), लाड़पुरा से कल्पना सिंह (भाजपा), गुलनाज (कांग्रेस), जायल से मंजू बागमार (भाजपा), मंजू मेघवाल (कांग्रेस) शामिल हैं। कांग्रेस में दो विधायकों के साथ दिग्गज नेता गिरिजा व्यास को गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया के सामने उदयपुर से पूर्व मंत्री नसीम अख्तर को पुष्कर से, पूर्व विधायक गंगादेवी को बगरु से, ममता भूपेश को सिकराय से, रीटा चौधरी को मंडावा से तथा कांता भील गढ़ी से चुनाव लड़ रही हैं।
इसके अलावा रंजू रामावत सुमेरपुर से, राखी गौतम कोटा दक्षिण से, निर्मला सहरिया किशनगढ़ से, अर्चना शर्मा मालवीय नगर से, कृष्णा पुनिया सादुलपुर से, मीना कंवर शेरगढ़ से, इन्द्रा मीणा बामनवास से चुनाव लड़ रही हैं। भंवरी हत्याकांड में जेल में बंद कांग्रेसी नेता महीपाल मदेरणा की पुत्री दिव्या मदेरणा को ओसियां से चुनाव लड़ाया गया है। पिछली बार दिव्या की मां लीला मदेरणा चुनाव मैदान में थी लेकिन हार गईं।