बाजार में छाईं हाईटेक 'राखियां'
रक्षा बंधन पर्व
राजधानी दिल्ली के बाजारों में तरह-तरह के डिजाइनों की सुन्दर और आकर्षक राखियों के उतरने से पता चलता है कि कम्प्यूटर और मोबाइल के इस युग में अब भाई-बहन के प्रेम को मजबूती प्रदान करने वाले रक्षा बंधन पर्व की 'राखियां' भी हाईटेक हो चली है।एक दौर था जब बहनें केवल रेशम का एक धागा बांधकर ही भाई से अपनी रक्षा करने का वचन ले लेती थी, लेकिन अब रेशम के धागे की जगह नए-नए डिजाइन वाली आकर्षक राखियों ने ले ली है।राजधानी के सभी बाजारों में इस समय रक्षाबंधन का रंग चढा़ हुआ है। बाजारों में एक से बढ़कर एक सुन्दर राखियां उपलब्ध हैं, राखियों की कीमत 10 रुपए से लेकर 500 रुपए तक है।
अब राखियों को केवल राखी कहकर ही नहीं पुकारा जाता, बल्कि राखियों का भी अब नामकरण कर दिया गया है। भिन्न-भिन्न नामों वाली राखियां बाजारों में उपलब्ध है। राखियों को स्टोन वाली राखी, एंग्री बर्ड राखी, फैन्सी राखी, दबका राखी आदि नाम दिए गए है।बच्चों के लिए भी इस बार बाजारों में विशेष राखियां उपलब्ध है। कार्टून चरित्र डोरेमान, स्पाइडर मैन और बेन-टेन राखियों की खूब मांग है। खिलौनों के रूप में भी राखियां उपलब्ध है। हवाई जहाज, रेल, मोबाइल, बस आदि खिलौनों की राखियां बाजार में मिल रही है।करोलबाग में राखी की दुकान लगाने वाले नवल किशोर ने बताया कि अब राखियों ने भी अपना रंग-रूप बदल लिया है, क्योंकि अब लोग साधारण राखियों की जगह तरह-तरह के डिजाइन वाली राखियों को पंसद कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि डिजाइन वाली राखियां 10 रुपए से लेकर 500 रुपए तक की कीमत में मिल रही है।चांदनी चौक में राखियां बेच रहे नन्हे नाम के दुकानदार ने बताया कि बच्चों के लिए बनाई गई कार्टून चरित्र वाली राखियां खूब बिक रही है। इन राखियों की कीमत 20 से 50 रुपए तक है।राजधानी का सदर बाजार तो इस बार तरह-तरह के डिजाइन वाली राखियों से अटा पडा़ है। बाजार में इतनी तरह की राखियां उपलब्ध है कि इन सभी के बारे में जानकारी लेने के लिए समय कम पड़ जाएं। (वार्ता)