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शहीद हूँ मैं...
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विजय कुमार संपत्ति मेरे देशवासियों जब कभी आप खुलकर हँसोगे तो मेरे परिवार को याद कर लनाजो अब कभी नहीं हँसेंगे जब आप शाम को अपने घर लौटें और अपनों को इंतजार करते हुए देखेंतब मेरे परिवार को याद कर लेनाजो अब कभी भीमेरा इंतजार नहीं करेंगेजब आप अपनों साथ खाना खाएँतो मेरे परिवार की याद कर लेनाजो अब कभी भी मेरे साथ खा नहीं पाएँगेजब आप अपने बच्चों के साथ खेलें तो मेरे परिवार को याद कर लेना मेर बच्चों को अब कभी भी मेरी गोद नहीं मिल पाएगीजब आप सकून से सोएँतो मेरे परिवार को याद कर लेनावो अब भी मेरे लिए जागते हैं मेरे देशवासियों शहीद हूँ मैं मुझे भी कभी याद कर लेनाआपका परिवार आज जिंदा हैक्योंकिनहीं हूँ आज मैं शहीद हूँ मैं।साभार- गर्भनाल