नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में 1997 से अब तक दिसंबर में 24 घंटे के दौरान सबसे अधिक बारिश शुक्रवार को दर्ज की गई। वहीं दूसरी ओर मध्यप्रदेश और उत्तर प्रदेश में भी कई स्थानों पर बारिश हुई, साथ ही ओले भी गिरे। उत्तर प्रदेश के अनेक जिलों में बारिश और ओलावृष्टि के कारण आलू, टमाटर और सरसों आदि की फसलों को भारी नुकसान होने की खबर है।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में 1997 से अब तक दिसंबर में 24 घंटे के दौरान सबसे अधिक बारिश शुक्रवार को दर्ज की गई। इस तरह दिल्ली में बारिश ने 22 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है।
मौसम विभाग के अधिकारियों ने बताया कि सफदरजंग वेधशाला के मुताबिक, शुक्रवार शाम साढ़े 5 बजे तक 33.5 मिमी वर्षा दर्ज की गई, जो दिसंबर 1997 में 70 मिमी के बाद सबसे अधिक है।
सफदरजंग वेधशाला के आंकड़ों को शहर के लिए आधिकारिक माना जाता है। अधिकारियों ने बताया कि इस बीच पालम मौसम केंद्र ने पिछले 24 घंटों के दौरान 40.2 मिमी बारिश दर्ज की, जो दिसंबर में सबसे अधिक है।
मप्र में कुछ स्थानों पर बारिश के साथ गिरे ओले : मध्यप्रदेश में आज दूसरे दिन भी कुछ स्थानों पर हल्की बारिश हुई। कल से तापमान में गिरावट आने लग जाएगी। प्रदेश में आज नरसिंहपुर एवं गाडरवारा में हल्की वर्षा के साथ कल रात ओले भी गिरे। मौसम विज्ञान केन्द्र भोपाल के वरिष्ठ वैज्ञानिक पीके साहा ने बताया कि आज शाम साढ़े 5 बजे तक सीधी में 4 मिमी, उमरिया में 1 मिमी एवं सतना में 0.8 मिमी वर्षा हुई है।
उन्होंने बताया कि पिछले 24 घंटों में सबसे ज्यादा 54.6 मिमी वर्षा सीधी में दर्ज हुई। खजुराहो में 42.2, टीकमगढ़ में 31, रीवा में 30.6 और सतना में 28.4 मिमी वर्षा हुई। इसके साथ ही कई स्थानों पर 18 से 4 मिमी तक वर्षा हुई है। राजधानी भोपाल में आज शाम तक तो वर्षा नहीं हुई लेकिन हल्के बादलों की आवाजाही कायम रही। सुबह घना कोहरा रहा और दृश्यता 100 मीटर तक ही रही। सुबह 9 बजे के बाद कोहरा हटा।
वरिष्ठ वैज्ञानिक एके शुक्ला ने बताया कि पश्चिमी मध्यप्रदेश से वर्षा निकलकर अब उत्तर पूर्वी क्षेत्र में हो रही है। वहां भी कल तक छिटपुट वर्षा हो सकती है। उसके बाद मौसम साफ हो जाएगा। उन्होंने बताया कि भोपाल में कल से तापमान में गिरावट आने लग जाएगी। अलबत्ता सुबह हल्के से मध्यम कोहरा रह सकता है।
वैज्ञानिकों के अनुसार कल सुबह ग्वालियर, चंबल, भोपाल, होशंगाबाद, रीवा, सागर, शहडोल एवं जबलपुर संभागों के जिलों में कहीं-कहीं मध्यम से घना कोहरा छा सकता है। शुक्ला ने बताया कि कल भोपाल में धूप निकलेगी और तापमान में गिरावट आने लग जाएगी तथा प्रदेश में 18-19 दिसंबर से शीतलहर भी चल सकती है।
उप्र में बारिश और ओलावृष्टि से फसलों को भारी नुकसान : उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ समेत प्रदेश के अनेक जिलों में हुई बारिश और ओलावृष्टि के कारण आलू, टमाटर और सरसों आदि की फसलों को भारी नुकसान होने की खबर है।
संभल से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार, गुरुवार शाम जिले में बेमौसम बरसात और ओलावृष्टि होने लगी और यह सिलसिला देर रात तक जारी रहा। ओले गिरने से आलू, सरसों और सब्जी की फसलों को सबसे अधिक नुकसान हुआ है। ग्रामीणों के अनुसार, करीब एक घंटे तक ओले बरसते रहे, जिससे किसानों के खेतों में खड़ी फसलें चौपट हो गईं।
शुक्रवार सुबह किसान खेतों पर पहुंचे तो पानी भरा और फसलों को टूटा देख उनके होश उड़ गए। अनुमान है कि जिले में 9900 हेक्टेयर भूमि पर आलू की फसल बोई गई है, जो पूरी तरह से बर्बाद हो गई। इसके अलावा गोभी, टमाटर, सरसों समेत कई फसलें नष्ट हो गईं। गेहूं की फसल में भी नुकसान की आशंका है।
फोटो सौजन्य : टि्वटर