Weather update : भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, अधिक एवं तीव्र निम्न दबाव प्रणालियों के परिणामस्वरूप 2024 के मानसून सत्र के दौरान भारत में सामान्य से 8 प्रतिशत अधिक वर्षा हुई। आईएमडी के अनुसार, मध्य, दक्षिणी प्रायद्वीपीय और पूर्वोत्तर भारत के कई हिस्सों में अक्टूबर से दिसंबर तक सामान्य से अधिक वर्षा होने का अनुमान है।
भारत में 4 साल में सबसे ज्यादा बारिश : दक्षिण-पश्चिम मानसून का मौसम सोमवार को आधिकारिक रूप से समाप्त हो गया, देश में सामान्य 868.6 मिमी की तुलना में 934.8 मिमी वर्षा दर्ज की गई - जो 2020 के बाद से सबसे अधिक है। आईएमडी के आंकड़ों के अनुसार इस मानसून में 14 निम्न दबाव प्रणालियों ने देश को प्रभावित किया, जबकि औसत 13 है। ये प्रणालियां सामान्य 55 दिनों के मुकाबले कुल 69 दिनों तक सक्रिय रहीं।
अक्टूबर से दिसंबर तक सामान्य से अधिक बारिश का अनुमान : आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि अक्टूबर से दिसंबर तक मानसून बाद (उत्तर-पूर्वी मानसून) मौसम के दौरान पांच मौसम संबंधी उपखंडों - तमिलनाडु, तटीय आंध्र प्रदेश, रायलसीमा, केरल और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक को शामिल करते हुए दक्षिणी प्रायद्वीप में सामान्य से अधिक बारिश होने का अनुमान है।
आईएमडी का अनुमान है कि इस क्षेत्र में 334.13 मिलीमीटर के दीर्घावधि औसत से 112 प्रतिशत अधिक वर्षा हो सकती है। उसने अनुमान जताया कि मध्य भारत के कई हिस्सों और पूर्वोत्तर भारत के कुछ इलाकों में भी सामान्य से अधिक वर्षा होने का अनुमान है।
हालांकि, उत्तर-पश्चिम भारत के ज्यादातर हिस्सों, पूर्वोत्तर भारत के कुछ क्षेत्रों और देश के सुदूर दक्षिणी हिस्सों में सामान्य से कम बारिश होने का अनुमान है। आईएमडी ने कहा कि स्थानिक वितरण से पता चलता है कि अक्टूबर के दौरान देश के कई हिस्सों में सामान्य से अधिक बारिश होने का अनुमान है।
14 बाढ़ प्रभावित राज्यों को 5858 करोड़ की मदद : मोदी सरकार ने राष्ट्रीय आपदा राहत कोष से बाढ़ प्रभावित 14 राज्यों के लिए 5858.60 करोड़ रुपए की मदद का ऐलान किया है। गृह मंत्रालय के अनुसार, राष्ट्रीय आपदा राहत कोष से बिहार को 656 करोड़, पश्चिम बंगाल को 468 करोड़, महाराष्ट्र को 1492 करोड़ और हिमाचल प्रदेश को 189 करोड़ रुपये जारी किए गए। इसके साथ ही आंध्र प्रदेश, असम, गुजरात, केरल, मणिपुर, मिजोरम, नगालैंड, सिक्किम, तेलंगाना, त्रिपुरा को भी सहायता राशि दी गई है।
नेपाल में 4331 लोगों का रेस्क्यू : नेपाल के प्रधानमंत्री के.पी. शर्मा ओली ने मंगलवार को कहा कि बारिश के कारण आई बाढ़ और भूस्खलन से मरने वालों की संख्या बढ़कर 241 हो गई। उन्होंने कहा कि खोज एवं बचाव अभियान चलाने में सरकार की ओर से देरी हुई है। उन्होंने सभी से राहत एवं पुनर्वास कार्यों के लिए सरकार के प्रयासों का समर्थन करने का आग्रह किया। प्रभावित क्षेत्रों से 4,331 लोगों को सुरक्षित निकाला गया है।
Edited by : Nrapendra Gupta