दिल्ली विधानसभा से बाहर किए गए नेता प्रतिपक्ष विजेन्द्र गुप्ता
दिल्ली विधानसभा का एक दिवसीय विशेष सत्र हंगामेदार तरीके से शुरू हुआ। मंत्री पद से हटाए गए कपिल मिश्रा द्वारा मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ लगाए गए भ्रष्टाचार के आरोपों पर चर्चा कराने की मांग को लेकर हंगामा कर रहे नेता प्रतिपक्ष विजेन्द्र गुप्ता को मार्शल की मदद से सदन से बाहर कर दिया गया।
विधानसभा का विशेष सत्र ईवीएम में गड़बड़ी को लेकर आहूत किया गया है लेकिन गुप्ता ने सदन की कार्यवाही शुरू होते ही केजरीवाल के खिलाफ करीबी रिश्तेदारों के लिए जमीन के सौदे कराने में घूस लेने के आरोपों को महत्वपूर्ण मुद्दा बताते हुए इस पर चर्चा कराने की मांग रखी। उन्होंने कहा कि यह आरोप विपक्ष के किसी नेता ने नहीं बल्कि सत्तारुढ़ आप के विधायक ने लगाए हैं जो खुद को घूसकांड का प्रत्यक्षदर्शी बता रहे हैं और जिस समय यह सब कुछ हो रहा था उस समय वह केजरीवाल सरकार के मंत्री थे।
इस बीच केजरीवाल पर सनसनीखेज आरोप लगाने वाले मिश्रा भी सदन में मौजूद थे लेकिन वह अपने निर्धारित स्थान से इतर दूसरे स्थान पर बैठे थे। हालांकि मिश्रा ने सदन में ईवीएम की गड़बड़ी के पक्ष में अपनी बात रखी।
इस बीच गुप्ता ने मिश्रा के आरोपों पर चर्चा कराने की मांग उठा दी। इस पर चर्चा की अनुमति नहीं मिलने पर वह सदन में धरने पर बैठ गए। वह केजरीवाल और उन्हें कथित तौर पर घूस देने वाले मंत्री सत्येन्द्र जैन को जेल भेजने की मांग कर रहे थे। गुप्ता के शांत नहीं होने पर मार्शलों की मदद से उन्हें विशेष सत्र की कार्यवाही से सदन से बाहर कर दिया गया। (भाषा)