राहुल पर पात्रा की टिप्पणी को लेकर लोकसभा में हंगामा, बाद में भाजपा सांसद ने अपने शब्द वापस लिए
बाद में सदन की कार्यवाही फिर से आरंभ होने पर पात्रा ने अपने शब्द वापस ले लिए और कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के लिए भी आज ही नहीं, पहले भी कई बार ऐसा कहा गया है जो आहत करने वाला है।
नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद संबित पात्रा (Sambit Patra) ने मंगलवार को लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) पर कुछ टिप्पणी की जिसे लेकर विपक्षी सदस्यों ने हंगामा किया और इस वजह से थोड़ी देर के लिए सदन की कार्यवाही बाधित हुई। हालांकि बाद में पात्रा ने कांग्रेस नेता के बारे में बोले गए अपने शब्द वापस ले लिए।
उन्होंने भारतीय क्रिकेट कप्तान रोहित शर्मा को लेकर कांग्रेस की नेता शमा मोहम्मद की हालिया टिप्प्णी का हवाला देते हुए राहुल गांधी पर निशाना साधा था। हालांकि पीठासीन सभापति संध्या राय ने पात्रा की टिप्पणी हटाए जाने की बात कही, लेकिन कांग्रेस सांसदों की नारेबाजी जारी रही। इसके चलते सदन की कार्यवाही 10 मिनट के लिए स्थगित करनी पड़ी। बाद में सदन की कार्यवाही फिर से आरंभ होने पर पात्रा ने अपने शब्द वापस ले लिए और कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के लिए भी आज ही नहीं, पहले भी कई बार ऐसा कहा गया है जो आहत करने वाला है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को सदन में बोलने नहीं दिया जाता है यह सब हमें आहत करता है। पात्रा ने कहा कि आज अगर मैंने कुछ शब्द ऐसा कहा है जिससे कि माननीय नेता प्रतिपक्ष या उनके किसी सदस्य को बुरा लगा हो तो मुझे लगता है कि उस शब्द को वापस लेने में मुझे किसी प्रकार का गुरेज नहीं है।
इस पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि सभी माननीय सदस्य संसद की मर्यादाओं का ध्यान रखें, सभी संसद के सदस्य हैं। सहमति- असहमति और तथ्यात्मक रूप से आरोप-प्रत्यारोप संसद की परंपरा रही है। लेकिन यह कोशिश करनी चाहिए कि व्यक्तिगत रूप से किसी पर भी टिप्पणी न करें। और मैं आपसे आग्रह करता हूं कि बैठे-बैठे कोई टिप्पणी न करें। इससे सदन का वातावरण अच्छा नहीं रहता। यह उचित नहीं है। एक अच्छी परंपरा बनाए रखने से सदन अच्छे से चलेगा।
कांग्रेस नेता के सी वेणुगोपाल ने कहा कि प्रधानमंत्री और नेता प्रतिपक्ष तथा किसी अन्य नेता के खिलाफ व्यक्तिगत टिप्पणी नहीं की जानी चाहिए, लेकिन सत्तापक्ष द्वारा नियमित रूप से राहुल गांधी पर हमला किया जा रहा है। संसदीय कार्य मंत्री किरेन रीजीजू ने कहा कि आसन पर उंगली उठाकर आरोप लगाया जाता है, विशेष रूप से आसन पर हमला न करें। यह मेरी विनती है। बिरला ने कहा कि कई सदस्यों ने बहुत गंभीर टिप्पणी की थी। मैंने उन्हें हटा दिया। सदन के किसी भी सदस्य के बोलने के समय व्यक्तिगत टिप्पणी नहीं करनी चाहिए।(भाषा)
Edited by: Ravindra Gupta