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Last Updated : सोमवार, 12 फ़रवरी 2024 (12:36 IST)

UP की लेडी सिंघम DSP shrestha Thakur के साथ हो गया फ्रॉड, जानिए कैसे पुलिस अफसर हुईं शिकार?

Shrestha Thakur
Photo : X (Twitter)
DSP shrestha Thaku : ठगी और फ्रॉड की घटनाएं आमतौर पर आम लोगों के साथ ही होती है। अगर किसी पुलिस अधिकारी ही फ्रॉड का शिकार हो जाए तो यह बात चौंकाती है। एक ऐसा ही मामला सामने आया है जिसमें DSP shrestha Thakur जैसी अफसर ठगी का शिकार हो गई हैं। श्रेष्‍ठा ठाकुर कोई मामूली अफसर नहीं बल्‍कि UP में लेडी सिंघम के नाम से जानी जाती हैं।

खुद ही हो गई ठगी का शिकार : दरअसल उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में तैनात डिप्टी एसपी श्रेष्‍ठा ठाकुर फर्जीवाड़े का शिकार हो गई। उनके साथ फर्जी आईआरएस अधिकारी बनकर शादी करने और लाखों रुपए की धोखाधड़ी करने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। शादी के बाद महिला पुलिस अधिकारी को अपने साथ हुए इस बड़े धोखे की जानकारी हुई तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। उन्होंने धोखेबाज से तलाक ले लिया। लेकिन वो अपनी पत्नी के नाम पर लोगों से ठगी करता रहा। इससे तंग आकर डिप्टी एसपी ने गाजियाबाद के कौशांबी थाने में पूर्व पति के खिलाफ केस दर्ज कराया है।

कौन हैं श्रेष्‍ठा ठाकुर : पीड़ित महिला पुलिस अधिकारी श्रेष्ठा ठाकुर साल 2012 बैच की पीपीएस अधिकारी हैं। इस वक्त यूपी के शामली में तैनात हैं। श्रेष्ठा ठाकुर काफी तेज तर्रार पुलिस अधिकारी के रूप में पहचानी जाती हैं। लोग उन्हें लेडी सिंघम के नाम से भी जानते हैं। गाजियाबाद के कौशांबी थाने में उनके द्वारा दी गई शिकायत के अनुसार साल 2018 में उनकी शादी रोहित राज नामक शख्स के साथ हुई थी। रोहित से उनकी मुलाकात एक मेट्रोमोनियल साइट के जरिए हुई थी। उसने खुद को 2008 बैच का आईआरएस अधिकारी बताया था और रांची में डिप्टी कमिश्नर पद पर अपनी तैनाती बताई थी। महिला पुलिस अधिकारी के परिजनों ने आरोपी ठग के बारे में जांच पड़ताल भी की थी।

क्‍या है पूरा मामला : साल 2008 में रोहित राज नामक एक शख्स सच में आईआरएस के लिए सिलेक्ट हुआ था। उसकी तैनाती रांची में बतौर डिप्टी कमिश्नर सही पाई गई थी। दरअसल ये सबकुछ मिलते-जुलते नाम की वजह से हुआ था, जिसके जरिए आरोपी ने श्रेष्ठा ठाकुर के साथ धोखाधड़ी की थी। जानकारी सही मिलने पर रोहित और श्रेष्ठा की शादी हो गई थी। लेकिन शादी के बाद जब सच सामने आया तो महिला पुलिस अधिकारी सन्न रह गई। उन्हें पता चल गया कि उनका पति कोई आईआरएस अधिकारी नहीं है, हालांकि उन्‍होंने अपनी शादी बचाने का प्रयास किया, लेकिन उनके पति की धोखाधड़ी की आदत बढ़ती गई। वो उनके नाम पर दूसरे लोगों से भी ठगी करने लगा।

और ले लिया तलाक : शादी के दो साल बाद तलाक, लेकिन हरकतों से बाज नहीं आया पति इससे तंग आकर डिप्टी एसपी श्रेष्ठा ठाकुर ने शादी के दो साल बाद अपने पति रोहित राज से तलाक ले लिया। लेकिन इसके बावजूद उस धोखेबाज ने अपनी करतूत नहीं छोड़ी। वो महिला पुलिस अधिकारी के तैनाती वाले जिलों में जाकर उनके नाम पर ठगी करने लगा। फिलहाल वो गाजियाबाद के कौशांबी थाना क्षेत्र में आकर रह रहा है।

उसके द्वारा लोगों से ठगी करने की शिकायत लगातार मिलने लगी, तो परेशान होकर श्रेष्ठा ठाकुर ने थाने में शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ केस दर्ज करके गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले की जांच की जा रही है। इसमें पैसों के धोखाधड़ी की बात भी सामने आई है। आरोपी ने महिला पुलिस अधिकारी से लाखों रुपए ठगे हैं।

ऐसे बनी पुलिस अधिकारी : पीपीएस अफसर श्रेष्ठा ठाकुर वर्तमान में शामली जिले में तैनात हैं। उनके पुलिस अफसर बनने की कहानी बहुत दिलचस्प है। बकौल श्रेष्ठा वो कानपुर में पढ़ाई करतीं थीं। उस समय मनचले बदमाश लड़कियों से अक्सर छेड़छाड़ करते थे। ऐसी घटना कई लड़कियों के साथ हुई। उस समय श्रेष्ठा ने पुलिस से शिकायत की थी, लेकिन उनकी शिकायत को गंभीरता से नहीं लिया गया था।

इसके बाद उन्होंने ठान लिया था कि वो खुद पुलिस अफसर बनेंगी। उनके परिवार ने उनका पूरा सपोर्ट किया। इसकी वजह से वो साल 2012 में यूपी पीसीएस परीक्षा में सफल हुईं। इसके बाद डीएसपी बन गई।
Edited by Navin Rangiyal
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