अफरा-तफरी के माहौल के बीच श्रीनगर से हवाई मार्ग से वापस लौटे 6,216 लोग
नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर प्रशासन द्वारा शुक्रवार का जारी परामर्श के बाद श्रीनगर हवाई अड्डे से शनिवार को 6,216 लोग हवाई मार्ग से वापस गए जिनमें 387 लोगों को वायुसेना के विमान द्वारा वापस भेजा गया।
भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के कॉर्पोरेट संचार महाप्रबंधक जेबीएस नेगी ने शनिवार को बताया कि श्रीनगर हवाई अड्डे पर 6,216 लोग घाटी से वापस जाने के लिए आए थे। नियमित एयरलाइंस की 32 उड़ानों में 5,829 लोगों को जगह मिल सकी जबकि अन्य 387 यात्रियों को वायुसेना के 4 विमानों में वापस भेजा गया। वायुसेना के विमानों ने इन यात्रियों को जम्मू, पठानकोट और हिंडन पहुंचाया है।
नेगी ने बताया कि श्रीनगर हवाई अड्डे की ओर से यात्रियों को हरसंभव मदद मुहैया कराई जा रही है। उनकी सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा जा रहा है। सभी यात्रियों को सुनियोजित तरीके से वापस भेजा जा रहा है। राज्य प्रशासन के परामर्श में कहा गया था कि आतंकवादी घाटी में हमले की फिराक में हैं इसलिए सभी पर्यटकों तथा अमरनाथ श्रद्धालुओं को जल्द से जल्द घाटी छोड़ने का निर्देश दिया गया है।
श्रीनगर से आने वाली उड़ानों का किराया नियंत्रित करें एयरलाइंस : नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने विमान सेवा कंपनियों से कहा है कि वे अमरनाथ धाम से लौट रहे श्रद्धालुओं के लिए किराया नियंत्रण में रखें।
जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने आतंकी हमलों की तैयारी की खुफिया रिपोर्ट का हवाला देते हुए शुक्रवार को अमरनाथ यात्रा के लिए गए सभी श्रद्धालुओं को वापस भेजने के लिए परामर्श जारी किया, साथ ही अन्य पर्यटकों को भी जल्द से जल्द राज्य से वापस चले जाने की सलाह दी गई।
इस परामर्श के बाद श्रीनगर से अन्य गंतव्यों की उड़ानों की टिकटों की मांग बढ़ गई। सरकारी विमान सेवा कंपनी एयर इंडिया की रविवार की सारी टिकटें बिक चुकी हैं। सोमवार की भी अधिकतर टिकटें बिक चुकी हैं। अन्य विमान सेवा कंपनियों का भी यही हाल है। टिकटों के दाम लगातार बढ़ रहे हैं।
नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने बताया कि पुरी ने विमान सेवा कंपनियों से कहा है कि वे किराए में वृद्धि को नियंत्रित करें ताकि अमरनाथ धाम से लौट रहे यात्रियों को दिक्कत न हो। (वार्ता)