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Last Updated : रविवार, 22 सितम्बर 2019 (16:27 IST)

शशि थरूर बोले, हम PM मोदी की राजनीति पसंद करें या नहीं, लेकिन उन्हें वह मिलना चाहिए जिसके वे हकदार हैं

Shashi Tharoo | शशि थरूर बोले, हम PM मोदी की राजनीति पसंद करें या नहीं, लेकिन उन्हें वह मिलना चाहिए जिसके वे हकदार हैं
पुणे (महाराष्ट्र)। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने रविवार को कहा कि प्रधानमंत्री जब भारत के प्रतिनिधि के तौर पर विदेश यात्रा करते हैं, उस वक्त वे सम्मान पाने के हकदार होते हैं लेकिन जब वे (प्रधानमंत्री) देश में होते हैं, तब लोगों को उनसे सवाल करने का अधिकार है। उल्लेखनीय है कि थरूर मोदी सरकार के कटु आलोचक माने जाते हैं।
देश की एक भाषा (हिन्दी) होने संबंधी विवाद पर केरल से लोकसभा सदस्य ने कहा कि वे 'त्रिभाषा फॉर्मूला' (बहुभाषी संचार क्षमताओं को बढ़ावा देने) के पक्ष में हैं। उन्होंने महाराष्ट्र के पुणे जिले में ऑल इंडिया प्रोफेशनल कांग्रेस द्वारा आयोजित एक सत्र में यह बात कही।
 
थरूर ने कहा कि प्रधानमंत्री विदेशों में सम्मान पाने के हकदार हैं, क्योंकि (वहां) वे हमारे राष्ट्र के प्रतिनिधि होते हैं लेकिन जब वे भारत में होते हैं, हमें उनसे सवाल करने का अधिकार है। देश की एक भाषा होने के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि हिन्दी, हिन्दुत्व और हिन्दुस्तान को बढ़ावा देने की भाजपा की विचारधारा देश के लिए खतरनाक है तथा हमें त्रिभाषा फॉर्मूले को आगे बढ़ाने की जरूरत है।
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने देश की एक भाषा होने संबंधी अपनी टिप्प्णी से पैदा हुई बहस के बीच बुधवार को कहा था कि उन्होंने देश में अन्य स्थानीय भाषाओं पर हिन्दी थोपे जाने की बात कभी नहीं कही, बल्कि दूसरी भाषा के रूप में इसके (हिन्दी के) इस्तेमाल की हिमायत की है।
 
थरूर ने मॉब लिंचिंग (भीड़ हत्या) की घटनाओं को लेकर सत्तारूढ़ भाजपा की आलोचना करते हुए कहा कि यह हिन्दुत्व और भगवान राम का अपमान है। कांग्रेस नेता ने कहा कि केरल में रह रहे (विभिन्न समुदायों के लोगों) के बीच कोई मतभेद नहीं है, फिर यह महाराष्ट्र में क्यों हो रहा है?
 
उन्होंने कहा कि यहां तक कि मराठा शासक शिवाजी महाराज के शासन के तहत विभिन्न समुदायों से लोग थे लेकिन उन्होंने हर किसी को एक-दूसरे का सम्मान करने का निर्देश दिया था। उन्होंने कहा कि हिन्दुत्व का भाजपा का विचार एक राजनीतिक विचारधारा है और इसका हिन्दुत्व से कोई संबंध नहीं है।
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