गुरुवार, 20 फ़रवरी 2025
  • Webdunia Deals
  1. समाचार
  2. मुख्य ख़बरें
  3. राष्ट्रीय
  4. Rahul Gandhi's statement on Mayawati
Last Updated : गुरुवार, 20 फ़रवरी 2025 (22:45 IST)

राहुल बोले- बहन जी कोई भी चुनाव ठीक से क्यों नहीं लड़ रही हैं? बीजेपी के विरोध में साथ मिलकर नहीं लड़ीं मायावती चुनाव!

Rahul Gandhi
राहुल गांधी अपने संसदीय क्षेत्र रायबरेली के 2 दिवसीय दौरे पर हैं। इस दौरे के दौरान उन्होंने हनुमान मंदिर और दुर्गा मंदिर में पूजा की। कांग्रेस कार्यकर्ताओं को बूथ मजबूत करने का मंत्र दिया दिया तो वहीं उन्होंने मूल भारती छात्रावास में दलित छात्रों से वार्तालाप करते हुए एक बड़ा खुलासा कर दिया कि उन्होंने बहुजन समाज पार्टी की वीटो बहन मायावती को अपने साथ मिलकर चुनाव लड़ने का निमंत्रण दिया था। उनके इस बयान के सामने आते ही राजनीति हलकों में हलचल मच गई है वहीं भविष्य के दांवपेंच भी सामने आने लगे हैं।

रायबरेली में मूल भारती छात्रावास में राहुल गांधी युवा छात्रों से बातचीत कर रहे थे। इस दौरान एक युवा छात्र द्वारा बसपा सुप्रीमो बहन मायावती की तारीफ की गई तो राहुल गांधी बोले कि मेरा सवाल है, बहन जी आज तक कोई चुनाव ठीक से क्यों नहीं लड़ीं? हम चाहते थे बहन जी बीजेपी के विरोध में मेरे साथ चुनाव लड़े। अगर तीनों पार्टियां एक साथ हो जातीं तो बीजेपी कभी चुनाव न जीतती। राहुल के इस बयान के सामने आने पर उनका दर्द भी दिखाई देता है कि बहन मायावती ने साथ नहीं दिया, वहीं विपक्ष की एकता पर भी प्रश्न चिन्ह लगता दिखाई दे रहा है।
राहुल गांधी ने बहुजन समाज पार्टी को लोकसभा में भारतीय जनता पार्टी की 'बी टीम' कहा था। उन्होंने सविधान को लेकर दिए गए अपने एक व्यक्तव्य में कहा था कि भीमराव आंबेडकर के पास पर्याप्त सुविधाएं नहीं थीं, फिर भी उन्होंने उत्थान के लिए पूरी राजनीति को हिला दिया था। छात्रों से उन्होंने कहा कि आज देश में कई सौ बड़ी फर्म कार्यरत हैं, लेकिन उन कंपनियों के कितने प्रमुख दलित हैं? यहां पूरी व्यवस्था दलित विरोधी है, ये लोग नहीं चाहते कि दलित आगे बढ़े, पर मैं यह दावे के साथ कह सकता हूं कि यदि इस देश में दलित (भीमराव आंबेडकर) नहीं होता तो यह संविधान भी नहीं होता।

राहुल गांधी के इस वार्तालाप के बाद राजनीतिक रोटियां सिंकनी शुरू हो गई हैं, सत्ता के गलियारों में हलचल मच गई है। हालांकि चर्चा रही थी कि समाजवादी पार्टी, मायावती को गठबंधन में शामिल नहीं करना चाहती थी। लेकिन अब राहुल गांधी के इस बयान के बाद प्रश्न उठना स्वाभाविक है कि बहन मायावती को इंडियन गठबंधन में शामिल होने का न्योता कांग्रेस की तरफ से दिया गया?
क्या बसपा सुप्रीमो मायावती ने गठबंधन में शामिल होने से इनकार क्यों कर दिया था? राहुल के खुलासे पर अब मायावती के पत्ते खुलने का इंतजार सभी पार्टियों को है। राहुल के व्यक्तव्य से यह जरूर ध्वनित हो रहा है कि भविष्य में कांग्रेस, बसपा और सपा एक छत के नीचे आकर बीजेपी के खिलाफ रणनीति बना सकती है।

रायबरेली की जनता का हूं ऋणी, उन्होंने मुझे सांसद चुना : राहुल गांधी ने जगतपुर के शंकरपुर गांव में अमर शहीद राणा बेनी माधव की प्रतिमा का अनावरण करते हुए कहा कि मीडिया मेरी मित्र नहीं मोदी जी, अडाणी और अंबानी की मित्र है। इन लोगों को देश में महंगाई नहीं दिखाई देती, लेकिन अंबानी की शादी जरूर दिखती है।

उन्होंने भाजपा सरकार को घेरते हुए कहा कि भारत के लोगों को दो भागों में बांटा गया है, जिसमें एक वर्ग अमीरों का और दूसरा वर्ग गरीबों का है। संसदीय क्षेत्र से राहुल बोले कि अमीरों की सरकार में सिर्फ अरबपतियों के कर्ज माफ किए जाते हैं, लेकिन यह सरकार गरीबों का खून चूस रही है। महंगाई की मार से आम लोग परेशान हैं, लेकिन सरकार को इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है। वह तो अमीर दोस्तों के कर्ज माफ कर रही है। गरीबों को महंगाई की मार झेलनी पड़ रही है।
राहुल ने रायबरेली की जनता से कहा कि यहां पर दो सांसद हैं, एक मैं और दूसरी प्रियंका। उसे भी कभी कभी बुलाऊंगा, वो जब मुझे वायनाड बुलाती है तो मैं भी जाता हूं, आप उन्हें बुलाओगे तो वह आएगी। उन्होंने कार्यकर्ताओं और अपने समर्थकों से कहा कि आप के खून के अंदर हमारी और कांग्रेस की विचारधारा है, इसलिए देश के संविधान की लड़ाई लड़ते रहिए।

राना बेनी माधव वीरा पासी जो भी यहां से लड़े संविधान को बचाने के लिए लड़े, लेकिन सरकार इनकी ही रक्षा नहीं कर पा रही है। भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने चुनाव से पहले 400 पार का नारा दिया था, संविधान बदलने की बात कही थी। हम लोगों ने इसका विरोध किया और लड़ाई लड़ी कि आप संविधान कैसे बदल सकते हैं। कोई लड़े या न लड़े, हमने लड़ाई लड़ी और आगे भी लड़ते रहेंगे। देश के अंदर 90% मोहब्बत की दुकान खुल गई है, यह देश मोहब्बत का देश है लेकिन कुछ लोग देश को बांटने का काम कर रहे हैं, भाई से भाई को लड़वाने का काम कर रहे हैं, लेकिन यह देश मोहब्बत का है और रहेगा।

उत्तर प्रदेश में सबसे बड़ा मुद्दा बेरोजगारी का है, यहां के नौजवान को कर्नाटक और हिमाचल में नौकरी मिल जाती है, लेकिन अपने राज्य में नौकरी नहीं मिल पा रही है, मैं मजदूरों और गरीबों के हित की लड़ाई लड़ रहा हूं और आगे भी लड़ता रहूंगा। उत्तर प्रदेश के रायबरेली की जनता का ऋणी हूं, जिन्होंने मुझे अपना सांसद चुना है, मरते दम तक उनका आभारी रहूंगा।