Priyanka Gandhi ने कहा- आजादी के 75 साल बाद वंदे मातरम पर बहस क्यों, जरूरी मुद्दों से ध्यान हटाना चाहती है सरकार
लोकसभा में वंदे मातरम पर बहस के दौरान कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने कहा कि मुझे आज की बहस अजीब लग रही है। वंदे मातरम में पूरा इतिहास छुपा हुआ है। आजादी के 75 साल बाद बहस क्यों। बंगाल चुनाव के कारण बहस करवाई जा रही है। 150 साल से वंदे मातरम भारतीयों के दिलों में है।
उन्होंने कहा कि आज सदन में 'वंदे मातरम्' पर बहस की दो वजहें हैं। 1. बंगाल में चुनाव आने वाला है। ऐसे में हमारे प्रधानमंत्री महोदय अपनी भूमिका बनाना चाहते हैं 2. जिन्होंने स्वतंत्रता की लड़ाई लड़ी, देश के लिए कुर्बानियां दीं, ये सरकार उन पर नए आरोप लादने का मौका चाहती है। ऐसा कर मोदी सरकार देश का ध्यान जनता के जरूरी मुद्दों से भटकाना चाहती है।
प्रियंका गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भाषण तो अच्छा देते हैं, लेकिन तथ्यों के मामले में कमजोर पड़ जाते हैं। मोदी जी जिस तरह तथ्यों को जनता के सामने रखते हैं, ये उनकी कला है। लेकिन मैं तो जनता की प्रतिनिधी हूं- कोई कलाकार नहीं हूं।
प्रियंका गांधी ने कहा कि 'वंदे मातरम्' के स्वरूप पर सवाल उठाना, जिसे संविधान सभा ने स्वीकार किया, उन महापुरुषों का अपमान है, जिन्होंने अपने महान विवेक से यह निर्णय लिया। यह एक संविधान विरोधी मंशा को भी उजागर करता है। क्या सत्ता पक्ष के साथी इतने अहंकारी हो गए हैं, जो खुद को- महात्मा गांधी जी, टैगोर जी, राजेंद्र प्रसाद जी, अंबेडकर जी, मौलाना आजाद जी, सरदार पटेल जी, सुभाषचंद्र बोस जी से बड़ा समझने लग गए हैं।
प्रियंका गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी द्वारा यह कहना कि राष्ट्रीय गीत को एक विभाजनकारी सोच द्वारा काटा गया, उन सभी महापुरुषों का अपमान है, जिन्होंने अपना पूरा जीवन देश की आजादी की लड़ाई में झोंक दिया। 'वंदे मातरम्' को विभाजित करने का आरोप लगाकर BJP पूरी संविधान सभा पर आरोप लगा रही है, उसके हर एक नेता को दोषी ठहरा रही है। ये हमारी संविधान सभा और हमारे संविधान पर खुला वार है। Edited by : Sudhir Sharma