प्रियंका गांधी का सवाल, क्या अब हिंसा और नफरत को ही लोकतंत्र का मूलमंत्र बनाना चाहती है भाजपा?
नई दिल्ली। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी को मिल रही धमकियों पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि RSS-BJP के लोग क्या अब हिंसा और नफरत को ही लोकतंत्र का मूलमंत्र बनाना चाहते हैं?
प्रियंका ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर अपनी पोस्ट में कहा कि नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी जी जैसे-जैसे मजबूती से जनता की आवाज उठा रहे हैं, वैसे-वैसे उनके खिलाफ जुबानी और वैचारिक हिंसा बढ़ रही है।
उन्होंने सवाल किया कि क्या देश के करोड़ों दलितों, पिछड़ों, आदिवासियों और गरीबों की आवाज उठाना इतना बड़ा अपराध है कि भाजपा, नेता प्रतिपक्ष को उनकी दादी जैसा हाल बना देने की धमकियां देने लगी?
लगातार एक के बाद एक हिंसक, अभद्र और अमानवीय बयानों से यह साबित होता है कि यह एक संगठित-सुनियोजित अभियान है जो देश के लोकतंत्र के लिए बेहद खतरनाक है। उससे भी ज्यादा खतरनाक है प्रधानमंत्री, गृहमंत्री समेत समूचे RSS-BJP नेतृत्व का इसे शह देना और कोई कार्रवाई न करना। RSS-BJP के लोग क्या अब हिंसा और नफरत को ही लोकतंत्र का मूलमंत्र बनाना चाहते हैं?
उल्लेखनीय है कि कांग्रेस ने लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के खिलाफ विवादित बयान और जान से मारने की धमकी देने देने के लिए बुधवार को केन्द्रीय मंत्री रवनीत बिट्टू समेत भारतीय जनता पार्टी और शिवसेना के 4 नेताओं के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई तथा प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की।
भाजपा नेता मारवाह ने राहुल गांधी जी को जान से मारने की धमकी देते हुए कहा कि राहुल जी, संभल जाओ... नहीं तो आपका भी वही हाल होगा, जो आपकी दादी का हुआ था। मारवाह ही नहीं कई नेताओं ने ऐसी बातें की हैं, लेकिन भाजपा ने उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की।
Edited by : Nrapendra Gupta