साक्षी मलिक और दीपा करमाकर को 'पद्मश्री' सम्मान
नई दिल्ली। रियो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता पहलवान साक्षी मलिक, जिमनास्ट दीपा करमाकर, डिस्कस थ्रोअर विकास गौड़ा और पैरालंपियन मरियप्पन थंगावेलू को गुरुवार को यहां एक भव्य समारोह में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने प्रतिष्ठित 'पद्मश्री पुरस्कार' से सम्मानित किया।
राष्ट्रपति भवन में आयोजित भव्य समारोह में विभिन्न क्षेत्रों की हस्तियों को उनके योगदान के लिए पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्मश्री पुरस्कारों से सम्मानित किया गया। इनमें खेल जगत से राष्ट्रपति मुखर्जी द्वारा महिला पहलवान साक्षी मलिक, जिमनास्ट दीपा करमाकर, डिस्कस थ्रोअर विकास गौड़ा और पैरालंपियन मरियप्पन थंगावेलू को पद्मश्री से नवाजा गया।
वर्ष 2016 ब्राजील के रियो डी जेनेरियो में आयोजित ओलंपिक खेलों में महिला पहलवान साक्षी ने 58 किग्रा वजन वर्ग में देश को कांस्य पदक दिलाया था, जो इन खेलों में भारत का पहला पदक भी था। साक्षी ओलंपिक खेलों में पदक जीतने वाली भारत की पहली महिला पहलवान और ओवरऑल चौथी महिला ओलंपिक पदक विजेता हैं।
23 वर्षीय दीपा रियो ओलंपिक खेलों में अमेरिकी जिमनास्ट सिमोन बाइल्स से मात्र 0.150 अंक के फासले से कांस्य पदक जीतने से चूक गई थीं, जिन्होंने ओलंपिक में तीन स्वर्ण पदक जीते थे। दीपा देश की पहली महिला जिमनास्ट भी हैं जिन्होंने अपने पहले ही ओलंपिक खेलों में स्पर्धा के फाइनल में प्रवेश किया था। इससे पहले अगरतला की दीपा ने 2014 ग्लास्गो राष्ट्रमंडल खेलों में कांस्य पदक जीता था।
रियो पैरालंपिक खेलों में पुरुषों की ऊंची कूद टी-42 स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीतकर देश के लिए इतिहास रचने वाले मरियप्पन थंगावेलू को भी पद्मश्री से नवाजा गया। तमिलनाडु के 21 वर्षीय एथलीट थंगावेलू ने 1.89 मीटर की कूद के साथ पहला स्थान हासिल किया था और इस स्पर्धा का कांस्य भी भारत ने जीता, जिसे नोएडा के वरूण सिंह भाटी ने दिलाया था।
ओलंपियन और देश के शीर्ष चक्का फेंक खिलाड़ी विकास गौड़ा को भी पद्मश्री पुरस्कारों से नवाजा गया। रियो ओलंपिक खेलों में हालांकि 33 वर्षीय विकास क्वालीफाइंग राउंड में जगह नहीं बना सके थे लेकिन ग्लास्गो राष्ट्रमंडल खेलों में उन्होंने देश के लिए स्वर्ण पदक जीता था।
पद्म पुरस्कार सम्मान समारोह में राष्ट्रपति द्वारा विभिन्न क्षेत्रों की कुल 44 हस्तियों को पद्म पुरस्कारों से सम्मानित किया, जिसमें तीन पद्म विभूषण, चार पद्मभूषण और 37 पद्मश्री पुरस्कार वितरित किए गए। (वार्ता)