HMPV वायरस, कोरोना वायरस नहीं, भारत में वैक्सीन भी नहीं, 8 सवालों में जानें वायरस से जुड़े आपके हर सवाल का जवाब
चीन के बाद अब भारत में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) दस्तक दे चुका है। देश के विभिन्न राज्यों में लगातार HMPV वायरस के केस सामने आते जा रहे है। दो दिन में ही देश के तीन राज्यों में HMPV वायरस से संक्रमित 8 केस मिलने से हड़कंप मच गया है और लोगों इसकी तुलना कोरोना वायरस से करने लगे है। ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) को लेकर वस्तुस्थिति क्या है,HMPV किस तरह का वायरस है और क्या इसका कोरोना वायरस से कोई संबंध है इसको लेकर वेबदुनिया ने भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान संस्था (ICMR) के महामारी विज्ञान और संक्रामक रोग विभाग के पूर्व प्रमुख पद्मश्री डॉक्टर रमन गंगाखेडकर से खास बातचीत की।
1-HMPV किस तरह वायरस है?-वेबदुनिया से बातचीत में ICMR के महामारी विज्ञान और संक्रामक रोग विभाग के पूर्व प्रमुख पद्मश्री डॉक्टर रमन गंगाखेडकर कहते हैं कि HMPV एक RNA वायरस है और यह भारत के साथ दुनिया के अन्य देशों में भी है। भारत में अगर टेस्ट किया जाएं तो ठंड के मौसम में 4 फीसदी लोगों में रहता है। वहीं HMPV वायरस के पांच साल के पीरियड में 100 फीसदी लोगों में वायरस के खिलाफ एंटीबॉडी मिलती है, यानि अधिकतर इंफेक्शन पांच साल के पहले हो जाता है।
2-HMPV वायरस का क्या कोरोना वायरस से कोई संबंध है?- HMPV वायरस को लेकर सोशल मीडिया पर कई तरह की भ्रांतिया फैल रही है और इसकी तुलना कोरोना वायरस से की जाने लगी है इसको लेकर डॉ. रमन गंगाखेडकर कहते कि HMPV कोरोना वायरस नहीं है और इसका कोरोना वायरस से कोई संबंध नहीं है। सोशल मीडिया पर जिस तरह के मैसेज आ रहे है उसको पढ़कर पैनिक नहीं होना है।
3-HMPV वायरस क्या कोरोना की तरह घातक है?-HMPV वायरस के कोई गंभीर लक्षण नहीं है इसके सामान्य लक्षण वहीं जो सर्दी जुकाम वाले लक्षण होते है। HMPV वायरस के माइल्ड इंफेक्शन होते है इसलिए डरने की कोई जरूरत नहीं है। दूसरी इसमें संक्रमित व्यक्ति में मुत्यु की कोई संभावना नहीं है। जैसे सर्दी जुकाम होता है वैसी ही यह बीमारी है इसमें कोई फर्क नहीं है।
4-HMPV वायरस के भारत मे म्यूटेट होने की कितनी संभावना?- आने वाले समय क्या भारत में HMPV वायरस में म्यूटेशन की कोई संभावना है इस पर डॉ. रमन गंगाखेडकर कहते हैं कि HMPV के 6 जेनेटिक लीनियस यानि विषाणु दिखाई देते है। लेकिन अगर वायरस में म्यूटेशन हुआ भी तो म्यूटेशन की वजह से न तो यह बीमारी लंबे समय तक चलती है और न वायरस यानि बीमारी की तीव्रता बढ़ती है और न मौत होने के चांस बढ़ते है। इसलिए म्यूटेशन के वजह से वायरस में कोई फर्क आएगा या इंसानों पर पढ़ने वाले प्रभाव में कोई फर्क आएगा ऐसा कोई कोई कारण नहीं है। वायरस में म्यूटेशन तो दिखाई देगा लेकिन इसका कोई असर नहीं पढ़ेगा।
5-चीन के तुलना में भारत की स्थिति कितनी अलग?-चीन में HMPV वायरस से बड़ी संख्या में संक्रमित होने की खबरें सामने आ रही है, ऐसे में भारत में लगातार केस सामने आने से लोगों में एक डर है, इस पर रमन गंगाखेडकर कहते हैं कि अगर चीन को देखा जाएगा तो वहां पर इन्फ्लूएंजा, Respiratory syncytial virus और HMPV के वजह से मरीज आ रहे है। यह वायरस तो सभी जगह है। HMPV एक खतरनाक बीमारी नहीं है औऱ यह होती रहती है। HMPV का इंफेक्शन हमको बार-बार होता है औऱ पांच साल में 100 फीसदी लोगों में एंटीबॉडी बनती है और इससे थोड़ा प्रोटेक्शन हमको मिलता है।
6-HMPV वायरस की क्या भारत में वैक्सीन है?-HMPV वायरस की क्या भारत में कोई वैक्सीन उपलब्ध है इस पर ICMR के महामारी विज्ञान और संक्रामक रोग विभाग के पूर्व प्रमुख रमन गंगाखेडकर कहते हैं कि HMPV की वैक्सीन भारत में नहीं दुनिया में कहीं नहीं है। इसका मुख्य कारण है कि इसे पब्लिक हेल्थ प्रॉब्लम नहीं माना जाता है। इसलिए इसकी वैक्सीन नहीं बनी है और न इसकी वैक्सीन बनाने के कोई प्रयास किए गए है। वजह इसका माइल्ड इंफेक्शन है और बार-बार इंफेक्शन से एंटीबॉडी बनने से वैक्सीन जैसा प्रोटेक्शन मिलता है।
7-HMPV वायरस के केस बच्चों में क्यों अधिक आ रहे?- भारत में अब तक HMPV वायरस के जितने केस सामने आए है उनमें सभी बच्चे है, इस पर रमन गंगाखेडकर कहते हैं कि बच्चों में टेस्ट होने से ही बच्चों के केस सामने आए है। पांच साल तक के बच्चों को निमोनिया होने का डर रहता है इसलिए टेस्ट हो रहे है और केस सामने आ रहे है। अगर बड़ों का भी टेस्ट होंगे तो उसमें भी दिखेगा।
8-HMPV का टेस्ट कराना कितना जरूरी?- देश में लगातार HMPV वायरस से संक्रमित लोगों की अगर इंफेक्शन यानि सर्दी जुकाम हुआ है तो HMPV के टेस्ट करना जरूरी नहीं है। संक्रमण होने पर कोविड एप्रोपियट बिहेवियर फॉलो करना है। अगर बच्चे में सर्दी जुखाम के लक्षण है तो बच्चे को स्कूल नहीं भेजें जिसके दूसरे बच्चे संक्रमित नहीं हो सक। संक्रमित व्यक्ति एक हफ्ते में ठीक हो जाता है। जहां तक भारत में HMPV के केस आने की बात है तो जितना टेस्टिंग बढ़ाएंगे उतनी संख्या बढ़ेगी।