फ्लैक्सी किराया प्रणाली में मिलेगी दस फीसदी की रियायत
नई दिल्ली। रेलवे ने शताब्दी, राजधानी और दुरंतो एक्सप्रेस गाड़ियों में फ्लैक्सी किराया प्रणाली के लागू होने के बाद यात्रियों की संख्या में आई कमी को देखते हुए पहला चार्ट बनने के बाद बची सीटों के लिए करंट बुकिंग पर किराए में दस प्रतिशत की छूट देने का फैसला किया है।
रेलवे बोर्ड के सदस्य (यातायात) मोहम्मद जमशेद ने शुक्रवार रात यहां संवाददाताओं को बताया कि रेलवे ने फ्लैक्सी किराया प्रणाली नौ सितंबर को लागू की थी। इसके लागू होने के तीन माह बाद उसकी समीक्षा की है और पता चला है कि इस दौरान राजस्व में करीब 130 करोड़ रुपए की वृद्धि हुई है।
उन्होंने कहा कि रेलवे ने अब तय किया है कि पहला चार्ट बनने के बाद करंट बुकिंग की टिकट पर आखिरी टिकट के किराए से दस फीसदी कम किराया लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि टिकट परीक्षक भी यात्री को दस फीसदी कम किराए पर टिकट बना देगा। उन्होंने कहा कि एक दो दिन में इस संबंध में अधिसूचना जारी हो जायेगी।
फ्लैक्सी किराया प्रणाली के तहत पहली 10 फीसदी सीटें मूल किराये पर और उसके आगे हर 10 फीसदी सीटों पर 10-10 फीसदी किराया बढ़ता है और आधी सीटों के बाद किराया डेढ़ गुना तक रहता है और उसके आगे प्रतीक्षा सूची एवं आरएसी टिकटों पर भी वही डेढ़ गुना किराया लिया जाता है। इस प्रणाली के लागू होने के बाद 31 अक्टूबर तक के आंकड़ों के अनुसार करीब छह हज़ार सीटें खालीं गई हैं जबकि उससे पहले लंबी प्रतीक्षा सूची रहती थी।
श्री जमशेद ने एक सवाल पर यह भी साफ किया कि विकल्प योजना को शताब्दी, राजधानी और दुरंतों एक्सप्रेस सहित सभी ट्रेनों में लागू कर दिया गया है। इस योजना के तहत यात्री की इच्छा पर उसे वांछित गाड़ी में कन्फर्म टिकट नहीं मिलने पर उसी गंतव्य की अन्य गाड़ी में सीट दे दी जाती है। पहले इस योजना में मेल एक्सप्रेस गाड़ियों को ही रखा गया था। अब शताब्दी, राजधानी और दुरंतो एक्सप्रेस सहित सभी गाड़ियों को भी इसके दायरे में लाया गया है।(वार्ता)