भारत में डेटा साइंस शिक्षण बाजार 2028 तक 1.4 अरब डॉलर पर पहुंचेगा
Data Science Teaching Market : भारत में डेटा साइंस की पढ़ाई का बाजार वर्ष 2028 तक सालाना 57.5 प्रतिशत बढ़कर 1.39 अरब डॉलर (करीब 11,569 करोड़ रुपए) हो जाने का अनुमान है। डेटा साइंस के शिक्षण का कारोबार इस समय 20.42 करोड़ डॉलर (लगभग 1,698 करोड़ रुपए) है। एक रिपोर्ट में यह संभावना जताई गई है।
शिक्षा-प्रौद्योगिकी मंच इमार्टिकस लर्निंग और हैदराबाद स्थित प्रौद्योगिकी पोर्टल एनालिटिक्स इनसाइट ने संयुक्त रूप से यह अध्ययन किया है। इसके मुताबिक, डेटा साइंस के शिक्षण का कारोबार इस समय 20.42 करोड़ डॉलर (लगभग 1,698 करोड़ रुपए) है और अगले पांच साल तक इसमें 57.5 प्रतिशत की वार्षिक वृद्धि होने की संभावना है।
रिपोर्ट के मुताबिक, डेटा साइंस की परिसर में पढ़ाई का बाजार 56.73 प्रतिशत की वार्षिक वृद्धि के साथ वर्ष 2027 में 85.75 करोड़ डॉलर हो जाएगा। इस दौरान ऑनलाइन शिक्षण बाजार 58.82 प्रतिशत की सालाना बढ़ोतरी के साथ 53.36 करोड़ डॉलर हो जाएगा।
अनुमान है कि डेटा कारोबार से जुड़ी नौकरियां अगले पांच वर्षों में 57 प्रतिशत बढ़कर 3.3 लाख हो जाएंगी। इनकी संख्या इस समय करीब 2.1 लाख है। डेटा साइंस एजुकेशन रिपोर्ट-2023 कहती है कि डेटा साइंस विशेषज्ञों की भर्ती करने में अमेजन और एडब्ल्यूएस, बेन एंड कंपनी, डेलॉयट, ईवाई और गूगल आगे रहेंगी।
रिपोर्ट के मुताबिक, स्वास्थ्य देखभाल, वित्त और खुदरा क्षेत्रों में डेटा साइंस से जुड़े कौशल की मांग बढ़ने से डेटा साइंस शिक्षण का वैश्विक बाजार 2030 तक 378.7 अरब डॉलर तक पहुंच सकता है। इस दौरान इसमें 16.43 प्रतिशत की वार्षिक वृद्धि होने का अनुमान है।
इमार्टिकस लर्निंग के संस्थापक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी निखिल बार्शिकर ने कहा, यह रिपोर्ट पूरे भारत में डेटा साइंस शिक्षा के प्रति बढ़ती दिलचस्पी को रेखांकित करती है और डेटा साइंस शिक्षा उद्योग में उल्लेखनीय वृद्धि की भविष्यवाणी करती है। (भाषा)
Edited By : Chetan Gour