केरल में मिला कोरोना वायरस का पहला मरीज, मलेशिया में त्रिपुरा के युवक की मौत
तिरुवनंतपुरम। केरल के त्रिशूर जिले में कोरोना वायरस के एक मामले की पुष्टि हुई है और संक्रमित मरीज को 'आइसोलेशन' वार्ड में रखा गया है। इस बीच मलेशिया में काम करने वाले त्रिपुरा के 23 साल के युवक की कोरोनावायरस से मौत हो गई।
राज्य की स्वास्थ्य मंत्री के के शैलजा ने बताया कि मरीज चीन के वुहान विश्वविद्यालय का छात्र है और उसकी हालत स्थिर है। उसे त्रिशूर के अस्पताल में पृथक वार्ड में रखा गया है।
स्वास्थ्य अधिकारी एक और जांच-जीन स्वीक्वेंसिंग-के नतीजे का इंतजार कर रहे हैं और उसके बाद अंतिम तौर पर यह नतीजा निकाला जा सकता है कि मरीज वायरस से पीड़ित है। चीन से लौटे तीन अन्य लोग त्रिशूर के अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में हैं।
शैलजा ने कहा कि चीन से लौटे चार छात्रों में से एक को कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया है। कुल 20 नमूने पुणे के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी में भेजे गए थे जिनमें से 10 नमूने नकारात्मक पाए गए। लेकिन इनमें से एक संक्रमित पाया गया। शेष नमूनों की जांच की रिपोर्ट की प्रतीक्षा है।
मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने कहा कि राज्य का स्वास्थ्य नेटवर्क किसी भी प्रकार की आपात स्थिति से निपटने में सक्षम है। उन्होंने कहा कि हमने आपात स्थिति से निपटने के लिए कई कदम उठाए हैं। संपर्क में आए लोगों की पहचान,मामलों को अलग करना,गुणवत्तापरक देखभाल जैसे काम किए जा रहे हैं। राज्य ने पहले भी ऐसी स्थिति का सामना किया है और उससे निपटने का उसे अनुभव है।
इस बीच भारत ने वुहान और आस-पास रहने वाले नागरिकों को एयरलिफ्ट करने के लिए चीन की सरकार से इजाजत मांगी है। बीजिंग में भारतीय दूतावास ने कहा- हम शुक्रवार शाम को वुहान और आस-पास रहने वाले नागरिकों को वापस लाने की तैयारी कर रहे हैं।