अटल बिहारी वाजपेयी एम्स में भर्ती, मेडिकल बुलेटिन का इंतजार
नई दिल्ली। लंबे समय से बीमार चल रहे पूर्व प्रधानमंत्री अटलबिहारी वाजपेयी को इलाज के लिए रातभर अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में भर्ती रहे। उनकी हालत स्थिर बताई जाती है। पहले खबरें आ रही थी कि उन्हें आज डिस्चार्ज किया जा सकता है।
पहले कहा जा रहा था कि आज सुबह 9 बजे बुलेटिन जारी किया जाएगा, बाद में समय बढ़ाकर 11 बजे कर दिया गया। अब कहा जा रहा है कि 12 बजे बुलेटिन जारी किया जाएगा। लेकिन दो बार उनके बुलेटिन का समय बढ़ने से लोगों में चिंता देखी जा रही है।
वाजपेयी को यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन : एम्स ने रात पौने ग्यारह बजे दूसरा मेडिकल बुलेटिन जारी करते हुए बताया कि वाजपेयी को लोअर रेस्पिरेटरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन और किडनी संबंधी दिक्कते हैं। इसी कारण उन्हें भर्ती कराया गया है। उनकी जांच में उन्हें यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन निकला है। बुलेटिन में कहा गया है कि वाजपेयी का उचित इलाज किया जा रहा है और उन्हें डॉक्टरों की एक टीम की निगरानी में रखा गया है।
प्रधानमंत्री से लेकर कई दिग्गज नेता अस्पताल पहुंचे : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से लेकर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी समेत कई नेता देर शाम वाजपेयी के स्वास्थ्य की जानकारी लेने एम्स पहुंचे। मोदी 55 मिनट तक अस्पताल में रहे और उन्होंने वाजपेयी की कुशलक्षेम के बारे में पूछा और उनके परिजनों से मिले।
स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा भी बीमार नेता को देखने पहुंचने वालों में शामिल रहे। भाजपा ने एक बयान में कहा कि वाजपेयी को डॉक्टरों की सलाह पर नियमित जांच और परीक्षण के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया।
मेडिकल बुलेटिन जारी : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जाने के बाद रात में एम्स की तरफ से अटलजी के स्वास्थ्य को लेकर जो मेडिकल बुलेटिन जारी हुआ है, उसके अनुसार उनका सोमवार को डायलिसिस हुआ लेकिन उन्हें बुखार नहीं है। यूरिन में जरूर संक्रमण सामने आया है। इसके अलावा उनकी सभी रिपोर्ट्स नॉर्मल हैं। उन्हें मंगलवार सुबह डिस्चार्ज किया जा सकता है।
करीब 8 सालों से अटलजी की तबीयत खराब : अटलजी का स्वास्थ्य बीते करीब 8 सालों से खराब चल रहा है। वाजपेयी वर्तमान में किसी को पहचान भी नहीं पाते हैं। उन्हें सोमवार की सुबह 10 बजे के लगभग अस्पताल में भर्ती कराया गया था। हर 15 दिन में वाजपेयी को चेकअप के लिए अस्पताल लाया जाता है। स्वास्थ्य खराब होने के साथ ही वे सार्वजनिक जीवन से दूर होते चले गए और कई सालों से अपने आवास तक सीमित रहे।