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Last Modified: शुक्रवार, 27 सितम्बर 2019 (00:11 IST)

NSA अजीत डोभाल ने घाटी में सुरक्षा स्थिति का लिया जायजा, आतंकियों के खिलाफ अभियान तेज करने के निर्देश

NSA अजीत डोभाल ने घाटी में सुरक्षा स्थिति का लिया जायजा, आतंकियों के खिलाफ अभियान तेज करने के निर्देश - Ajit Doval, Jammu and Kashmir
श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) से अनुच्छेद 370 हटने के बाद (राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार) NSA अजीत डोभाल (Ajit Doval) दूसरी बार घाटी पहुंचे और सुरक्षा स्थिति का जायजा लिया। डोभाल ने घाटी में आतंकियों के खिलाफ अभियान तेज करने के निर्देश दिए।
 
डोभाल ने यहां सिलसिलेवार उच्चस्तरीय बैठकों की अध्यक्षता की और सुरक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे जम्मू कश्मीर में आम लोगों के जीवन में सुधार लाने के लिए कदम उठाएं तथा आतंकवाद रोधी अभियान तेज करें। उन्होंने यह सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए कि आम लोगों को किसी भी तरह से जानमाल की क्षति नहीं पहुंचे।
 
अधिकारियों ने बताया कि बुधवार को यहां एक दिन के दौरे पर पहुंचे डोभाल ने सुरक्षा अधिकारियों और नौकरशाहों के साथ कई बैठकें कीं। इस दौरान उन्होंने यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए कि आतंकवादी समूहों से भयभीत हुए बगैर आम आदमी अपनी दिनचर्या का ठीक तरीके से पालन कर सके। इसके बाद डोभाल दिल्ली लौट गए।
 
लोगों को उपलब्ध कराएं बेहतर सुविधाएं : बैठक के दौरान राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने लोगों के लिए विकास योजनाओं की समीक्षा की और अधिकारियों से कहा कि वे इसे लागू करने में तेजी लाएं। इनमें लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराना, लोगों के व्यवसाय के लिए कश्मीर घाटी से बाहर सेब की खेप भेजा जाना आदि शामिल हैं।
 
डोभाल की दूसरी यात्रा : केंद्र सरकार द्वारा पांच अगस्त को अनुच्छेद 370 के तहत राज्य को प्राप्त विशेष दर्जा समाप्त करने और इसे दो केंद्र शासित क्षेत्रों- जम्मू-कश्मीर तथा लद्दाख में विभाजित करने के बाद डोभाल की यह घाटी की दूसरी यात्रा थी। दोनों केंद्र शासित क्षेत्र 31 अक्टूबर को अस्तित्व में आएंगे और उसी दिन दोनों क्षेत्रों के पहले उपराज्यपाल शपथ ग्रहण करेंगे।
 
अधिकारियों ने बताया कि एनएसए ने सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की और अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे आतंकवाद रोधी अभियान में तेजी लाएं तथा घाटी के कुछ हिस्सों में गतिविधियां चला रहे आतंकवादियों को निशाना बनाएं।
 
उन्होंने कहा कि बहरहाल, डोभाल ने आगाह किया कि आतंकवाद के खिलाफ अभियान के दौरान सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि आम लोगों को जानमाल का कोई नुकसान न हो। अधिकारियों ने कहा कि ये निर्देश इन खबरों के बाद दिया गया कि आतंकवादी आम लोगों, सेब उत्पादकों को धमका रहे हैं और जबर्दस्ती कर्फ्यू जैसी स्थिति पैदा कर रहे हैं।
 
दुकानदारों को धमका रहे हैं आतंकी : राज्य सरकार के प्रवक्ता ने कहा कि सुरक्षा एजेंसियों ने एनएसए को अवगत कराया कि पाकिस्तान समर्थित आतंकवादी संगठन दुकानदारों की हत्या करने, फल उत्पादकों को डराने-धमकाने इत्यादि कृत्यों को अंजाम देने में शामिल हैं। प्रवक्ता ने कहा कि इस पर डोभाल ने सभी संबंधित विभागों को ऐसे तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने और आम आदमी को अधिक से अधिक सुविधा उपलब्ध कराने का निर्देश दिया।
 
पहले दौरे में 11 दिनों तक डाला था डेरा : केंद्र द्वारा जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म करने की घोषणा करने के बाद एनएसए ने अपनी पहली यात्रा के दौरान यहां 11 दिनों तक डेरा डाला था। उस दौरान डोभाल ने सुनिश्चित किया था कि सरकार के निर्णय के बाद वहां हिंसा की कोई घटना नहीं हो। एनएसए राज्य में नियमित आधार पर स्थिति की निगरानी कर रहे हैं ताकि सुनिश्चित किया जा सके कि राज्य में नियंत्रण रेखा के पास और अंदरूनी हिस्सों में तैनात सुरक्षाबलों के बीच बेहतर तालमेल हो सके। 

वायुसेना के 5 एयरबेसों आतंकी हमले का अलर्ट : खुफिया विभाग ने इससे पहले अलर्ट जारी किया था कि भारतीय वायुसेना के 5 एयरबेसों पर आतंकी फिदायीन हमला कर सकते हैं। अलर्ट के मुताबिक जैश-ए-मोहम्मद के 8-10 आतंकी जम्मू कश्मीर और उसके आसपास ये हमले कर सकते हैं। भारत में आतंकी हमले के लिए पाकिस्तानी सेना अफगानी आतंकियों की भर्ती कर उन्हें ट्रेनिंग दे रही है।
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