दोरजी खांडू का निधन, शव मिला
पांच दिन की सघन खोज के बाद बुधवार को सुबह अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री दोरजी खांडू के हेलिकॉप्टर दुर्घटना में मारे जाने की आशंकाएं आखिरकार सच साबित हो गईं और उसमें सवार सभी पांच लोगों के शव भूटान-चीन सीमा के पास युमथांग घाटी में मिल गए।सूत्रों के अनुसार असैनिक खोजी टीम को सुबह सेला दर्रे के इलाके में शव मिल गए और हेलिकॉप्टर का मलबा एक बड़े इलाके में शवों से कुछ दूर छितराया हुआ मिला। हेलिकॉप्टर में खांडू के अलावा पायलट, सह पायलट, मुख्यमंत्री का एक सहायक और एक युवती सवार थी।इस हेलिकॉप्टर ने तवांग से ईटानगर के लिए शनिवार को सुबह पौने दस बजे उड़ान भरी थी और 25 मिनट बाद इसका रेडियो संपर्क टूट गया था। हेलिकॉप्टर की तलाश के लिए सेना की टुकड़ियों के अलावा अनेक हेलिकॉप्टर और सुखोई लडाकू विमान तक को जुटाया गया था। पूर्वी कमान के सूत्रों के अनुसार खांडू के साथ हेलिकॉप्टर में सवार पायलट जेएस बब्बर और टीएस मामिक तथा मुख्यमंत्री के सुरक्षा अधिकारी याशी चाडूक और येशमी लामू की मौत हो गई है।मुख्यमंत्री के हेलिकॉप्टर की तलाश में आज सुबह वायुसेना के छह हेलिकॉप्टरों को रवाना किया गया था। इसके अलावा जमीनी तलाश अभियान कल रात भर जारी रहा।वायुसेना के प्रवक्ता विंग कमांडर रंजीब साहू ने बताया कि तवांग और तेजपुर से दो एमआई 17, दो चीता और दो चेतक हेलिकॉप्टरों को सुबह पांच बजकर पांच मिनट पर रवाना किया गया। इससे पहले वायुसेना के हेलिकॉप्टरों ने सेला दर्रे के आसपास लिए कल भी उड़ान भरी थी, लेकिन खराब मौसम के कारण 45 मिनट बाद ही उन्हें लौटना पड़।इससे पहले ईटानगर से राज्यसभा सांसद मुकुट मिथि ने बताया कि कुछ ग्रामीणों ने सेला दर्रे के समीप लाबोतांग इलाके में हेलिकॉप्टर का मलबा पड़े होने और घटनास्थल पर कुछ शवों को देखे जाने की सूचना आज सुबह करीब दस बजे दी।यह स्थान सेला दर्रे से करीब चार किलोमीटर दूर दजोंग जलप्रपात के पास है। यह स्थान उस जगह के करीब है जहां गुवाहाटी में वायु यातायात नियंत्रण, एटीसी से हेलिकॉप्टर का शनिवार को सुबह करीब दस बजकर बीस मिनट पर अंतिम बार संपर्क हुआ था।केंद्रीय गृह मंत्री पी चिदंबरम ने नई दिल्ली में बताया कि दुर्घटनाग्रस्त हेलिकॉप्टर का मलबा मिल गया है तथा कुछ शव भी देखे गए हैं, लेकिन अभी शवों की शिनाख्त नहीं की गई है। चिदंबरम ने कहा कि दुर्घटनास्थल का पता लग गया है तथा कुछ शव देखे गए हैं। अभी हमें और सूचनाओं का इंतजार करना चाहिए।उन्होंने आधिकारिक पुष्टि होने तक मीडिया को कयास लगाने से बचने की सलाह दी। थल सेना के प्रवक्ता कर्नल एनएन जोशी ने तेजपुर से बताया कि अरुणाचल प्रदेश और सीमावर्ती क्षेत्र के घने जंगलों में भारतीय सेना, भारत तिब्बत सीमा पुलिस, सशस्त्र सीमा बल और सीमा सड़क संगठन के तीन हजार से भी अधिक प्रशिक्षित जवान इस तलाशी अभियान में लगे हुए थे। इसके अलावा स्थानीय क्षेत्रों के एक हजार लोगों को भी इस अभियान में शामिल किया गया।अरुणाचल प्रदेश सरकार ने इस बीच कल लापता हेलिकॉप्टर के बारे में सूचना देने वाले को 10 लाख रुपए पुरस्कार देने की घोषणा की थी।तीन शवों की पहचान मुश्किल : केन्द्रीय गृह मंत्री पी चिदंबरम ने कहा कि अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री दोरजी खांडू के हेलिकाप्टर के मलबे से मिले पांच शवों में से तीन बुरी तरह जले हुए हैं और उनकी पहचान करना मुश्किल है। उन्होंने कहा कि अब तक सिर्फ कुछ ग्रामीण ही लाबोतांग इलाके में दुर्घटनास्थल तक पहुंच पाए हैं। ग्रामीणों ने अरुणाचल प्रदेश में कंट्रोल रूम को मोबाइल फोन के जरिए बताया है कि पांच में से तीन शव बुरी तरह जले हुए हैं।पवनहंस के इस हेलिकॉप्टर ने खांडू को लेकर तवांग से ईटानगर के लिए शनिवार को 07:50 बजे उड़ान भरी थी। उड़ान भरने के 20 मिनट बाद सेला दर्रे के ऊपर से गुजरते हुए जमीन से उसका रेडियो संपर्क टूट गया। कृष्णा ने जताया शोक : विदेश मंत्री एस.एम कृष्णा ने मुख्यमंत्री दोरजी खांडू की हेलिकॉप्टर दुर्घटना में मौत पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा कि देश ने एक दूरदर्शी प्रशासक खो दिया है। कृष्णा ने शोक संदेश में कहा कि देश के इस महान सपूत की असामयिक एवं त्रासद मृत्यु की पुष्टि की खबर से उन्हें गहरा दुख पहुंचा है। कृष्णा ने खांडू के परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की है। धूमल ने शोक व्यक्त किया : हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल ने दोरजी खांडू समेत पांच लोगों की मृत्यु पर गहरा दुःख व्यक्त किया है। उन्होंने खांडू सहित सभी मृतकों के परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की और दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए कामना की। (भाषा)