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Written By WD Feature Desk
Last Updated : मंगलवार, 15 अक्टूबर 2024 (11:58 IST)

जानिए किन महिलाओं को नहीं करना चाहिए करवा चौथ का व्रत

हेल्थ और मेडिकल कंडीशन्स के अनुसार रखिए करवा चौथ का व्रत

Karwa Chauth Vrat 2024: जानिए किन महिलाओं को नहीं करना चाहिए करवा चौथ का व्रत - Health Conditions for Karwa Chauth Vrat
Karwa Chauth Vrat rules
 
Health Conditions for Karwa Chauth Vrat : करवा चौथ का व्रत भारतीय महिलाओं के लिए एक विशेष पर्व होता है, जो पति की लंबी उम्र और सुखी जीवन के लिए किया जाता है। लेकिन हर महिला के लिए इस व्रत को रखना उचित नहीं होता। कुछ विशेष स्वास्थ्य स्थितियों या जीवनशैली के कारण यह व्रत रखना महिलाओं के लिए हानिकारक हो सकता है। आइए जानें कि किन परिस्थितियों में महिलाओं को यह व्रत नहीं रखना चाहिए।

1. गर्भवती महिलाएं
गर्भावस्था के दौरान शरीर को अधिक पोषण और हाइड्रेशन की आवश्यकता होती है। करवा चौथ का व्रत पूरे दिन भूखे और प्यासे रहने की परंपरा के साथ आता है, जो गर्भवती महिलाओं के लिए हानिकारक हो सकता है।
 
गर्भवती महिलाओं के लिए खतरे:
  • डिहाइड्रेशन
  • कमजोरी और थकान
  • गर्भस्थ शिशु को पोषक तत्वों की कमी
यदि आप गर्भवती हैं, तो बेहतर होगा कि आप यह व्रत न रखें। हालाँकि, कुछ महिलाएं डॉक्टर की सलाह के अनुसार हल्के रूप में उपवास करती हैं, लेकिन यह हर किसी के लिए नहीं है।

2. डायबिटीज (मधुमेह) से पीड़ित महिलाएं
डायबिटीज से पीड़ित महिलाओं के लिए लंबे समय तक बिना खाना-पीना रहना उनके ब्लड शुगर लेवल के लिए हानिकारक हो सकता है। इससे ब्लड शुगर लेवल अचानक घट या बढ़ सकता है, जिससे स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।

डायबिटीज और उपवास के बीच समस्याएं:
ब्लड शुगर का अनियंत्रित होना
चक्कर आना या बेहोशी
अगर आपको मधुमेह है, तो इस व्रत से बचना ही समझदारी है।

3. हृदय रोग से पीड़ित महिलाएं
हृदय रोग से पीड़ित महिलाओं को शरीर में ऊर्जा और हाइड्रेशन की निरंतर आवश्यकता होती है। लंबे समय तक उपवास करना दिल पर अतिरिक्त दबाव डाल सकता है, जिससे दिल की समस्याएं बढ़ सकती हैं।

हृदय रोगियों के लिए जोखिम:
  • ब्लड प्रेशर का कम या ज्यादा होना
  • थकान और कमजोरी
ऐसी स्थिति में डॉक्टर से सलाह लेना अति आवश्यक है।

4. नर्सिंग (स्तनपान कराने वाली) महिलाएं
स्तनपान कराने वाली महिलाओं को खुद के साथ-साथ अपने शिशु की पोषण आवश्यकताओं का भी ख्याल रखना पड़ता है। करवा चौथ का व्रत रखने से शरीर में पानी और आवश्यक पोषक तत्वों की कमी हो सकती है, जो शिशु के लिए भी हानिकारक हो सकता है।

नर्सिंग महिलाओं के लिए चुनौतियाँ:
  • दूध की कमी
  • शिशु के स्वास्थ्य पर असर
  • इसलिए स्तनपान कराने वाली महिलाओं को यह व्रत नहीं रखना चाहिए।
 
5. कमजोरी या अन्य स्वास्थ्य समस्याओं से ग्रस्त महिलाएं
अगर कोई महिला पहले से ही किसी तरह की कमजोरी, बीमारी या सर्जरी से उबर रही है, तो उसे इस व्रत को रखने से बचना चाहिए। लंबे समय तक भूखे-प्यासे रहने से शरीर की रिकवरी धीमी हो सकती है और स्वास्थ्य और बिगड़ सकता है।

स्वास्थ्य समस्याओं के लिए सुझाए गए सावधानियां:
  • डॉक्टर से परामर्श लें
  • अपने शरीर की स्थिति को समझें
करवा चौथ का व्रत एक धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व रखता है, लेकिन हर महिला के लिए इसे रखना सही नहीं होता। अगर आप गर्भवती हैं, मधुमेह से पीड़ित हैं, या कोई गंभीर स्वास्थ्य समस्या है, तो डॉक्टर की सलाह के बिना व्रत रखना जोखिम भरा हो सकता है। हमेशा अपनी स्वास्थ्य स्थिति को ध्यान में रखकर सही निर्णय लें।

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