सीधी पेशाब कांड, प्रवेश शुक्ला ने पीड़ित से झूठा शपथ पत्र बनवाया
Sidhi urine scandal: मध्यप्रेदश के सीधी में आदिवासी युवक पर भाजपा कार्यकर्ता प्रवेश शुक्ला द्वारा पेशाब करने का मामला और गर्मा गया है। सोशल मीडिया पर एक शपथ पत्र वायरल हो रहा है, जिसके मुताबिक पीड़ित ने वीडियो को फर्जी बताया है और प्रवेश शुक्ला को क्लीन चिट दी है। दूसरी ओर, इंदौर में इस घटना को लेकर आदिवासी समुदाय ने प्रदर्शन किया और आरोपी को फांसी देने की मांग की।
पीड़ित दशमत रावत (कोल आदिवासी) के नाम से जारी इस शपथ में आदर्श शुक्ला पिता रमाकांत शुक्ला पर फर्जी तरीके से वीडियो वायरल करने का आरोप लगाया गया है। पीड़ित रावत ने शपथ पत्र में कहा कि आदर्श शुक्ला एवं कुछ अन्य लोग मुझ पर प्रवेश शुक्ला के खिलाफ शिकायत करने के लिए दबाव बनाते हैं और कहते हैं कि तुम्हें पैसा मिलेगा। इतना ही नहीं उसने शपथ पत्र में कहा है कि इस तरह की घटना हुई ही नहीं।
सीबीआई जांच की मांग : कांग्रेस ने मध्यप्रदेश के सीधी जिले में एक व्यक्ति द्वारा एक आदिवासी युवक के ऊपर पेशाब करने की घटना की जांच बुधवार को केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो से कराने की मांग की है। भोपाल में प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष कांतिलाल भूरिया ने दावा किया कि वीडियो कुछ महीने पुराना है।
उन्होंने आरोप लगाया कि आरोपी भाजपा नेता प्रवेश शुक्ला ने पीड़ित से एक शपथ पत्र भरवाया है कि उसके खिलाफ कोई मामला दर्ज नहीं किया जाना चाहिए। सोशल मीडिया पर वीडियो सामने आने के बाद पुलिस ने बुधवार को शुक्ला को गिरफ्तार कर लिया।
भूरिया ने कहा कि सीधी में हुई घटना आदिवासी समुदाय का अपमान है। राज्य सरकार को मामले की जांच सीबीआई को सौंप देनी चाहिए और मामले की सुनवाई ग़ैर-भाजपा राज्यों की अदालत में होनी चाहिए। उन्होंने मांग की कि पीड़ित परिवार को दो करोड़ रुपए का मुआवजा और परिवार के दो सदस्यों को सरकारी नौकरी दी जाए।
भूरिया ने आरोप लगाया कि यह वीडियो कुछ महीने पुराना बताया जा रहा है, लेकिन पीड़ित आरोपी भाजपा नेता प्रवेश शुक्ला से इतना डरा हुआ था कि महीनों बाद भी पुलिस से शिकायत करने की हिम्मत नहीं जुटा सका। साथ ही आरोपी ने एक शपथ पत्र भी ले लिया जिसमें पीड़ित ने कहा कि उसके (शुक्ला के) खिलाफ कोई मामला दर्ज नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने बिना नाम लिए कहा कि भाजपा के विधायक और उनके प्रतिनिधि स्थानीय गुंडों की तरह काम कर रहे हैं।
भूरिया ने यह भी दावा किया कि आरोपी के भाजपा के शीर्ष नेताओं से संबंध है और सत्तारूढ़ दल के वरिष्ठ नेताओं के साथ उसकी तस्वीरें सामने आई हैं। भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस के इस आरोप से इनकार किया था कि आरोपी भगवा पार्टी से जुड़ा था।
कुछ सोशल मीडिया पोस्ट में दावा किया गया कि आरोपी प्रवेश शुक्ला सीधी से भाजपा विधायक केदारनाथ शुक्ला का प्रतिनिधि है लेकिन संपर्क करने पर विधायक ने इससे इनकार किया। शुक्ला ने कहा कि आरोपी मेरा प्रतिनिधि नहीं है। मुझे नहीं पता कि पीड़ित आदिवासी है या नहीं लेकिन आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।
इंदौर में प्रदर्शन : सीधी जिले में एक व्यक्ति द्वारा एक आदिवासी युवक के ऊपर पेशाब करने की घटना को लेकर दलितों और आदिवासियों ने बुधवार को इंदौर के एक वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी के कार्यालय के सामने विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने सूबे में अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति समुदाय के लोगों पर लगातार अत्याचार बढ़ने का आरोप लगाया और तख्तियां लहराते हुए नारेबाजी की। इस प्रदर्शन का आह्वान अखिल भारतीय बलाई महासंघ ने किया था।
महासंघ के अध्यक्ष मनोज परमार ने कहा कि सीधी जिले में आदिवासी युवक पर पेशाब करके प्रवेश शुक्ला ने पूरे देश को शर्मसार कर दिया है। शुक्ला को कड़ी से कड़ी सजा दी जानी चाहिए। हो सके तो उसे फांसी की सजा दी जानी चाहिए। परमार ने आरोप लगाया कि सूबे में अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के लोगों को आज भी जातिगत भेदभाव के कारण अत्याचार झेलने पड़ रहे हैं। (एजेंसी/वेबदुनिया)